सर्दी का कहर यूँ तो देश के ज़्यादातर राज्यों में जारी है, विशेषकर उत्तर भारत के राज्य जहाँ पर इसबार सर्दियाँ बड़ी जानलेवा होती जा रही हैं. यह मौतें घने कोहरे से हो रहे एक्सीडेंट्स से नहीं बल्कि हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक्स से हो रही हैं , इस मामले में कानपूर तो सबसे आगे है जहाँ पर पिछले पांच दिनों में इस तरह से लगभग सौ लोगों की मौत हो चुकी है. यह आंकड़े अखबारी कतरनों के नहीं बल्कि एलपीएस इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी के हैं.
हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक्स से मौतें
लक्ष्मीपत सिंघानिया इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड कार्डियक सर्जरी, कानपुर द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले हफ्ते एमरजेंसी और OPD में 723 दिल के मरीज़ आये. आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच दिनों में 98 लोगो की मौत दिल का दौरा पड़ने से या फिर ब्रेन स्ट्रोक्स से हुई है, इनमें से 44 मरीज़ों की मौत अस्पताल में हुई है जबकि 54 लोगों ने अस्पताल पहुँचने से पहले ही दम तोड़ दिया। शनिवार को दिल अक दौरा पड़ने से 14 लोगों को जान गंवाना पड़ी वहीँ 6 लोगों की मौत इलाज के दौरान हृदय रोग संस्थान में हुई है.
कश्मीर में हो रही बर्फ़बारी का असर
बता दें कि मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अभी 12 जनवरी तक सर्दी से किसी तरह की कोई राहत नहीं मिलने वाली है. उधर कश्मीर में दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है जिसका असर भी मैदानी इलाकों में देखा जा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में अगले 4-5 दिनों तक हिमस्खलन और भूस्खलन का खतरा रहेगा, इन इलाकों में रहने वालों को बाहर निकलने की मनाही की गई है। याद रहे कश्मीर में 40 दिनों की भीषण सर्दी की अवधि से गुजर रही है जिसे चिल्ले कलां कहा जाता है। यह पीरियड 21 दिसंबर से शुरू होता है और 30 जनवरी तक चलता है।