बड़ा अजीब संयोग है कि आज ही भाजपा के नाराज़ नेता वरुण गाँधी के भाई राहुल गाँधी ने कहा कि वो उनको गले तो लगा सकते हैं लेकिन उनके साथ खड़े नहीं हो सकते क्योंकि उनकी विचारधारा अलग है लेकिन पीलीभीत में वही वरुण गाँधी सपा मुखिया अखिलेश यादव को बड़े दिलवाला बताते हुए नज़र आ रहे हैं. दरअसल वो एक जनसवाद कार्यक्रम में किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर रहे थे जो वो पिछले काफी समय से करते आ रहे हैं और यही वजह कि भाजपा में वो हाशिये पर पहुँच गए है. वरुण गाँधी का इस तरह खुले मंच से अखिलेश की तारीफ करने को लोग सियासी नज़रिये से भी देख रहे हैं.
वरुण के बयान पर सियासी गलियारों में हलचल
अखिलेश की तारीफ को यह माना जा रहा है कि शायद वो कांग्रेस में नहीं बल्कि सपा में जाने की तैयारी कर रहे हैं. चुनावी माहौल में अपने क्षेत्र में अखिलेश यादव की मंच से तारीफ के और मायने क्या लगाए जा सकते हैं वो भी तब जब लोकसभा चुनाव का एक ही साल बचा है. क्योंकि भाजपा के प्रति वरुण के काफी समय से जिस तरह के तेवर हैं उससे लगता तो नहीं कि 2024 में उन्हें भाजपा में जगह मिलेगी।
किसानों के मुद्दे पर अखिलेश को लिखा था पत्र
बता दें कि पीलीभीत के एक जन संवाद कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा के बागी सांसद वरुण गांधी ने कहा उन्होंने किसानों की क़र्ज़ माफ़ी को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश को पत्र लिखकर जानकारी मांगी थी कि प्रदेश में कितने लोग है जो इसके पात्र है, मैंने उन्हें लिखा था कि इसमें कोई राजनीति नहीं है तब अखिलेश यादव ने बड़ा दिल दिखाते हुए अधिकारीयों को इस काम के लिए लगाया था कि आप इनकी मदद कीजिये यह किसानों के लिए कुछ करना चाहते हैं जिसके बाद हमें करीब 42 हजार किसानों की सूची मिली।