नूपुर शर्मा विवाद के बाद ‘सर तन से जुदा’ की धमकी के चलन का ग़लत फायदा उठाने के चक्कर में गाज़ियाबाद के डॉक्टर अरविन्द वत्स को लेने के देने पड़ गए. उन्होंने पुलिस को शिकायत की थी कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है, उन्हें यह वाहट्सएप्प कॉल अमेरिका से आयी थीं, लेकिन पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए कहा कि पूरा मामला फ़र्ज़ी है, डॉक्टर ने दरअसल पब्लिसिटी पाने के चक्कर में यह सारा नाटक रचा जिसपर से पुलिस ने बहुत जल्दी पर्दा हटा दिया। पुलिस ने अब डॉक्टर अरविन्द वत्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है. बता दें कि डॉक्टर वत्स कई हिन्दू संगठनों से भी जुड़े हैं जिसमें यति नरसिंहानंद सरस्वती भी शामिल हैं.
दरअसल डॉक्टर ने कुछ दिन पहले गाज़ियाबाद पुलिस में शिकायत की उन्हें लगातार जान से मारने की धमकिया मिल रही हैं, कहा जा रहा कि हिन्दू संगठनों से दूर हो जाओ वर्ना राजस्थान के कन्हैया की तरह तुम्हारा सर भी तन से जुड़ा कर दिया जायेगा। डॉक्टर ने बताया कि 1 सितम्बर से यह सिलसिला चल रहा है. धमकी देने वाला उन्हें व्हाट्सप्प कॉल करता है जो अमेरिका के नंबर से आती है. डॉक्टर मुताबिक आरोपी ने एक सितंबर की रात को कॉल किया था लेकिन वह उसे उठा नहीं सके क्योंकि वह सो चुके थे. दोबारा उन्होंने उसे कॉल किया लेकिन उसने फ़ोन नहीं उठाया. डॉक्टर वत्स के मुताबिक 2 सितंबर को उन्होंने फिर कॉल बैक किया मगर कॉल रिसीव नहीं हुई. डॉक्टर के मुताबिक आरोपी ने 2 सितंबर को ही कॉल कर उन्हें जान से मारने की धमकी दी.
डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला ने बताया था कि आरोपी ने अपना नाम स्टीवन ग्रांड बताया था और हिन्दू संगठनों से दूर रहने को कहा था वर्ना अंजाम भुगतने की बात कही थी. पुलिस ने इस पूरे मामले की गहराई से जांच की, साइबर सेल को लगाया तो यह सारी कहानी फ़र्ज़ी साबित हुई. डॉक्टर वत्स विवादित रहे यति नरसिंहानंद सरस्वती के हिंदू स्वाभिमान मंच के यूपी और बिहार राज्य के प्रभारी भी हैं.