प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वजीर हसन रोड पर आज रात एक पांच मंजिला इमारत भरभरा गई. मलबे में 30 से 35 लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है. जानकारी के मुताबिक अबतक 11 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चूका है. मौके पर NDRF और SDRF की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुटी हुई हैं. बताया जा रहा है कि अलाया अपार्टमेंट नाम की इस बिडिंग में करीब 15 फ्लैट थे. रात करीब साढ़े सात बजे अचानक इमारत भरभराकर गिर गयी. अचानक हुए इस हादसे से चारों तरफ चीख पुकार मच गई. इस ईमारत में कई पार्टियों के मौजूदा और पूर्व प्रवक्ता भी रह रहे थे.
मुख्यमंत्री ने जारी किये निर्देश
हादसे की खबर मिलते ही उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मौके पर पहुँच गए, वहीँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारीयों को निर्देश जारी कर हालात को कण्ट्रोल में करने और सभी घायलों का बेहतर इलाज करवाने के निर्देश जारी किये हैं, मुख्यमंत्री ने सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है, मुख्यमंत्री ने अपने सन्देश में कहा कि उन्हें एक पुरानी बिल्डिंग के गिरने की जानकारी मिली है. अभी तक इस हादसे में किसी के मरने की खबर नहीं मिली है, हालाँकि कुछ मीडिया संस्थानों ने शुरू में तीन लोगों के मरने की बात चलाई थी.
भूकंप के झटकों को बताया जा रहा है कारण
बताया जा रहा है कि बिल्डिंग में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के मौजूदा और पूर्व प्रवक्तांओं के परिवार रह रहे थे. मलबे में फंसे हुए 11 लोगों को निकाला जा चूका है और बाकि लोगों को निकालने की कोशिश जारी है. इस काम में NDRF के 45 जवान लगे हुए हैं, एक अतिरिक्त टीम भी मौके पर पहुँच चुकी है. वहीँ इस हादसे को आज दोपहर में आये भूकंप के झटकों से जोड़ा जा रहा है, बताया जा रहा है कि भूकंप के झटकों के बाद बिल्डिंग में दरारें पड़ गयी थी, हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हुई. फिलहाल सरकारी अधिकारियों की पूरी फ़ौज मौके पर मौजूद है.