मथुरा। सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय में फर्जी तरीके से अपात्रों को योजनाओं का लाभ देने पर अधिकारियों सहित 10 के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। शासन के निर्देश पर FIR की कार्रवाई मथुरा के सहायक श्रम आयुक्त ने की है। इस कार्यवाही से श्रम विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
यूपी भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं में गम्भीर अनियमितता की शिकायत सहायक श्रमायुक्त कार्यालय मथुरा से नियमित प्राप्त हो रही थी। जनपद मथुरा से प्राप्त हो रही शिकायतों पर मंत्री श्रम एवं सेवायोजन की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। इसके अनुपालन में सचिव उ०प्र०भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड, लखनऊ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जॉच टीम द्वारा कार्यालय सहायक श्रमायुक्त मथुरा का औचक निरीक्षण कर जाँच की गई।
जाँच टीम ने अभिलेखों का परीक्षण किया एवं शिकायतकर्ताओं के बयान भी दर्ज किये गये। अभिलेखों के परीक्षण में गम्भीर वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई तथा अपात्रों को कूटरचित अभिलेखों के आधार पर हितलाभ प्राप्त करने के प्रकरण संज्ञान में आये। इससे शासकीय धन के दुरुपयोग का मामला सामने आया। शासकीय धन की वसूली के लिए सम्बन्धित दोषी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु शासन को लिखा गया है।
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चूँकि जाँच में धोखाधडी कूटरचित दस्तावेज दुरभि सन्धि के आधार पर सरकारी धन के दुरूपयोग का प्रकरण प्रकाश में आया है। मामले में मथुरा के सहायक श्रमायुक्त एम०एल० पाल ने दोषी दस व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें श्रम प्रवर्तन अधिकारी सूरज तिवारी, तत्कालीन श्रम अधिकारी श्याम सुंदर, वरिष्ठ कार्यालय सहायक डी एस दीक्षित सहित कई फर्जी लाभार्थी भी शामिल हैं। कार्यवाही से शासन में हड़कंप मचा हुआ है।