खतौली। कस्बे में सूदखोरों का संजाल फैला हुआ है। सूदखोरी का धंधा पुलिस के संरक्षण में खूब फल फूल रहा है। हालात ये हैं कि व्यक्ति एक बार सूदखोरों के चंगुल में फंसा तो बाहर निकलने के बजाय उसके पास आत्म हत्या के अलावा और कोई चारा नहीं बचता। ऐसा ही एक मामला खतौली में आया जब एक युवक ने सूदखोर से परेशान होकर गंगनगर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव को बरामद कर बिना पोस्टमार्टम के शव को अपने साथ ले गए। परिजन जब थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे तो मामला रतनपुरी का बताकर उनको वहां से भेज दिया गया। बेचारे दो थानों के बीच चक्कर काटते रहे।
Also read: कार का शीशा तोड़कर लैपटॉप चोरी करने वाले गिरोह के बदमाश को पुलिस ने मारी गोली, अस्पताल में भर्ती
खतौली निवासी सराफान निवासी रियाजुद्दीन पुत्र बाबूजी ने फैजान सूदखोर से परेशान होकर गंग नहर में छलांग लगा दी। बताया जाता है कि मृतक ने सूदखोर से 50 हजार रुपये ब्याज पर लिए थे। जिसके एवज में वह प्रतिदिन एक हजार रुपये ब्याज दे रहा था। पिछले छह महीने से वो लगातार प्रतिदिन एक हजार रुपये दे रहा था। इसके बाद भी सूदखोर उसको प्रतिदिन परेशान कर रहे थे। असल पैसा लेने के लिए सूदखोर उनके घर पर ताला लगाने की धमकी देता था। जिसको परेशान होकर रियाजुद्दीन ने गंगनहर में छलांग लगाकर आत्म हत्या कर ली। पीड़ित परिजनों ने शव को किसी तरह से बरामद कर बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार कर दिया। बताया जाता है कि मृतक युवक बेहद गरीब परिवार से है। जिसके मासूम तीन छोटी बच्चियां हैं। लेकिन सूदखोरों की भेट एक और गरीब का परिवार चढ़ गया। कस्बे में सूदखोरों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।