दस दिन के विराम के बाद भारत जोड़ो यात्रा अगले साल तीन जनवरी से शुरू होगी। नए साल में भारत जोड़ो यात्रा का सबसे छोटा मगर सबसे अहम् पड़ाव यूपी है जहाँ पर साढ़े तीन दिन की यात्रा चार ज़िलों से गुज़रेगी, इसके बाद हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी। जहाँ तक यूपी की बात है यात्रा से विपक्षी एकता का सन्देश देने की बात की जा रही है, कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रदेश की दो मुख्य विपक्षी पार्टियों सपा और बसपा के प्रमुखों को आधिकारिक रूप से निमंत्रण भेजा जा चूका है. इसके साथ ही रालोद चीफ जयंत जयंत चौधरी और दूसरी छोटी पार्टियों के नेताओं को भी यात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है.
कांग्रेस ने फेंका दोहरा पैसा
कांग्रेस नेता जो समन्वय समिति के प्रमुख हैं ने हापुड़ में बताया कि उन्हें उम्मीद है कि सभी पार्टियों के नेता इसमें शामिल होंगे। बता दें कि राहुल गाँधी शुरू से कहते आ रहे हैं कि यह यात्रा राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं है ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश, मायावती और जयंत चौधरी को निमंत्रण भेजकर एक तरह से दोहरा पासा फेंका है, अगर यह नेता यात्रा में नहीं शामिल होते या फिर इन पार्टियों की तरफ से प्रतिनिधित्व नहीं होता तो कांग्रेस के पास यह कहने को होगा कि देश में नफरत के खिलाफ बढ़ते माहौल के लिए निकाली जा रही इस यात्रा को इन पार्टियों का समर्थन नहीं है. मतलब नफरत के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस पार्टी अकेली है. और अगर यूपी में भारत जोड़ो यात्रा को इन पार्टियों का प्रतिनिधित्व मिलता है तो विपक्षी एकता की मज़बूती का पैगाम पहुंचेगा।
कंटेनरों के रखरखाव के लिए लिया गया है ब्रेक
बता दें कि आज पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने हापुड़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यात्रा के बारे में पूरी जानकारी दी है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि यात्रा में अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को भी निमंत्रण भेज जा रहे हैं। यात्रा में शामिल होने के लिए उन दलों को निमंत्रण भेजा गया है जिनकी सोच हमारी सोच से मिलती है। बता दें कि क्रिसमस और नए साल के अलावा यात्रा में चल कंटेनरों के रख रखाव को दुरुस्त करने के लिए यह 10 का ब्रेक लिया गया है.