उत्तर प्रदेश में 20 नवंबर को होने वाले 9 सीटों के विधानसभा उपचुनाव का दिन नजदीक आते ही भाजपा और सपा-कांग्रेस गठबंधन में कड़वाहट बढ़ती जा रही है। वाराणसी में राहुल गांधी और अखिलेश यादव के पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में अखिलेश यादव को भगवान कृष्ण और राहुल गांधी को अर्जुन के रूप में दिखाया गया है। ये पोस्टर समाजवादी छात्र सभा के नगर प्रवक्ता आलोक सौरभ ने लगवाए हैं। वहीं, दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नोटबंदी की आठवीं सालगिरह पर भाजपा सरकार पर हमला बोला है और दावा किया है कि देश के इतिहास में यह अध्याय काले अक्षरों में लिखा जाएगा।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा ने अर्थव्यवस्था को बदहाल कर दिया है। सपा अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में नोटबंदी के नाम पर एक पूरा अध्याय काले रंग में ही छपेगा। आज नोटबंदी की आठवीं सालगिरह से ठीक एक दिन पहले कल डॉलर के मुकाबले रुपया सबसे कमजोर स्थिति में पहुंच गया। जनता पूछ रही है कि क्या यह नोटबंदी की विफलता के कारण हुआ या भाजपा की नकारात्मक नीतियों के कारण। अब क्या भाजपा वाले फिर कहेंगे कि रुपया देश के इतिहास में डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर नहीं गिरा है और न ही ‘रिकॉर्ड तोड़’ गिरा है बल्कि डॉलर चढ़ा है।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। 2016 में की गई नोटबंदी में आरबीआई ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए थे। इसके बाद 2000 रुपये के नोट चलन में आए लेकिन बाद में इन्हें भी बंद कर दिया गया। इस बीच, मिर्जापुर से आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश को ऑस्ट्रेलिया भेजा था, लेकिन वह पढ़ाई में कभी सफल नहीं हो पाए। जिस काम के लिए उन्हें भेजा गया था, उसमें उनका मन नहीं लगा। अखिलेश ने उनका पैसा बर्बाद कर दिया।