UCO Bank news: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चॉकलेट वाली ट्रिक के बाद अब एक और सरकारी यूको बैंक ने लोन डिफॉल्टर्स को लोन भरने को प्रेरित करने के लिए दिवाली पर मिठाई देने का फैसला किया था। हालांकि, कुछ समय बाद बैंक ने अपने इस फैसले को वापस भी ले लिया।
ब्रांच के टॉप 10 डिफॉल्टर्स को मिठाई देने की योजना
बैंक डिफॉल्टर्स के लिए हाल ही में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अनोखी स्कीम निकाली थी। दरअसल, SBI ने बैंक डिफॉल्टर्स एक घर लोन चुकाने के लिए चॉकलेट ले जाने का ऐलान किया था। जिसके बाद अब सरकारी सेक्टर के एक और यूको बैंक ने दिवाली पर अपनी हर ब्रांच के टॉप 10 डिफॉल्टर्स को मिठाई देने की योजना बनाई थी।
बैंक ने इस बारे में बाकायदा एक सर्कुलर जारी किया था और फिर इसे विथड्रॉ भी कर लिया। कोलकाता के यूको बैंक ने एक नवंबर को सर्कुलर जारी करके कहा था कि हर ब्रांच के 10 टॉप डिफॉल्टर्स को दिवाली पर मिठाई का डिब्बा दिया जाएगा। बैंक का मानना था कि इस कदम लोगों को वैल्यूबल कस्टमर की तरह ट्रीट किया जाएगा और ब्रांच हेड से कहा था कि वे खुद जाकर टॉप डिफॉल्टर्स को मिठाई का डिब्बा देंगे।
डिफॉल्टर्स से पैसा वसूली का तरीका
डिफॉल्टर्स से पैसा वसूलने के लिए बैंक तरह-तरह के तरीके अपनाते रहते हैं। इसका मकसद कर्जदारों खासकर खुदरा ग्राहकों को समय से भुगतान करने के लिए प्रेरित करना है।
इसी तर्ज पर यूको बैंक ने डिफॉल्टर्स को दिवाली पर मिठाई भेजने का प्लान बनाया था। टॉप मैनेजमेंट ने सुझाव दिया था कि ब्रांच प्रमुख को व्यक्तिगत तौर पर टॉप 10 डिफॉल्टर्स से मिलकर मिठाई का डिब्बा देना चाहिए। जोनल प्रमुख को अपने जोन के टॉप 10 डिफॉल्टर्स से मिलना चाहिए।
बैंक पर कितना है NPA
यूको बैंक ने बताया कि डिफॉल्टर्स से बकाये की रिकवरी आसान नहीं है और अधिकारियों को इस मामले में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि हर कोई जानबूझकर डिफॉल्ट करता हो। कई बार मजबूरी में लोग किस्त का भुगतान नहीं करते हैं। जून तिमाही में बैंक का जीएनपीए घटकर 4.48 प्रतिशत हे। इसी तरह बैंक का एनपीए भी 1.18 परसेंट रह गया।