आसमान छूते पीली धातु के दामों की वजह से सर्राफा कारोबारियों की दीवाली इस बार फीकी रहने का अनुमान है. आंकड़ों के मुताबिक इस बार धनतेरस पर सोने की खरीदारी में 15 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है. हालंकि चांदी की बिक्री में अज़रूर उछाल देखा गया है. इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताकबक धनतेरस पर चांदी की बिक्री में 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि सोने की बिक्री में 15 फीसदी की गिरावट आई। उन्होंने इस गिरावट की वजह सोने की ऊंची कीमतों के बीच रिटर्न की तलाश बताया
IBJA के मुताबिक इस धनतेरस पर सोने की बिक्री 35 टन तक पहुंचने की उम्मीद है, जो पिछले साल 42 टन थी। पिछली दिवाली से अब तक सोने की कीमतों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। अखिल भारतीय आभूषण एवं स्वर्णकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि दामों में उछाल के बावजूद इस धनतेरस पर देशभर में 20 हजार करोड़ रुपये का सोना और 2500 करोड़ रुपये की चांदी खरीदी गई। अनुमान है कि करीब 30 टन सोना बिका, जिसकी कीमत 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है। वहीं, 250 टन चांदी बिकी है, जिसकी कीमत 2500 करोड़ रुपये से ज्यादा है। जबकि पिछले साल सोने और चांदी का संयुक्त कारोबार करीब 25,000 करोड़ रुपये का था।
सोने-चांदी के अलावा वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, बर्तन, कपड़े व अन्य उत्पादों की अच्छी खरीद-फरोख्त हुई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार इस साल धनतेरस के मौके पर 60 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। जबकि पिछले साल 50 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, जो 20 फीसदी ज्यादा है।