पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक मौजूदा स्थिति में अगले 24 घंटे में चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम की घोषणा करना मुश्किल नज़र आ रहा है क्योंकि भारतीय टीम के खेलने से इंकार के बाद ICC अभी तक कोई फैसला नहीं कर पा रही है कि क्या कदम उठाया जाय. उधर टूर्नामेंट के ब्रॉडकास्टर्स का धैर्य अब जवाब देता जा रहा है और उसने ICC पर टूर्नामेंट के कार्यक्रम की घोषणा जल्द करने का दबाव डाला है.
उधर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने रुख पर अड़ा हुआ है, लेकिन बात नहीं बन रही है, पीसीबी चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर मान्यता न देने के अपने रुख पर अड़ा हुआ है. पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि यदि हितधारकों ने लचीलापन दिखाया तो एक-दो दिन में कार्यक्रम की घोषणा संभव हो जाएगी। हितधारक आपसी सहमति से कार्यक्रम के अनुसार आयोजन के पक्ष में हैं।
ICC की सबसे बड़ी परेशानी ये है कि ब्रॉडकास्टर्स और कमर्शियल पार्टनर्स ने साफ़ तौर पर कह दिया है कि वे भारत-पाक मैच के बिना किसी शेड्यूल को स्वीकार नहीं करेंगे, ब्रॉडकास्टर्स ने भारत-पाक मैच नहीं होने पर कानूनी कार्रवाई के भी संकेत दिए हैं। सभी जानते हैं कि ICC मुकाबलों में भारत-पाक मुकाबले सिर्फ रोमांच बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि पैसा कमाने का सबसे बड़ा स्रोत होते हैं, ऐसे में अगर इनमें से कोई एक टीम चैंपियंस ट्रॉफी में अगर नहीं खेली तो ये आर्थिक रूप से एक बहुत बड़ा झटका होगा।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक जय शाह के ICC अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने से पहले नियामक संस्था शेड्यूलिंग मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करना चाह रही है. बता दें कि जय शाह 1 दिसंबर को आईसीसी चेयरमैन का पद संभालेंगे.