depo 25 bonus 25 to 5x Daftar SBOBET

मुख्तार की मौत पर गाज़ीपुर में ख़ुशी का माहौल, कृष्णानंद राय परिवार का दावा

उत्तर प्रदेशमुख्तार की मौत पर गाज़ीपुर में ख़ुशी का माहौल, कृष्णानंद राय परिवार...

Date:

कहते हैं कि किसी की मौत पर जश्न नहीं मनाना चाहिए लेकिन कल रात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कृष्णानंद राय परिवार के मुताबिक गाज़ीपुर में ख़ुशी का माहौल है। गाज़ीपुर में कल पूरी रात दीवाली मनाई गयी. ये बयान कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय का है. कल से ये बात कही जा रही है कि गाज़ीपुर का सौहार्द बिगड़ सकता है, इसी बात पर पियूष राय ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कहा कि कोई सौहार्द नहीं बिगड़ेगा क्योंकि गाज़ीपुर के लोग मुख़्तार अंसारी की मौत पर बहुत खुश है। बता दें 2005 में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की सरे आम हत्या कर दी गयी थी और कहा गया था कि ये हत्या मुख़्तार अंसारी ने कराई है.

बता दें कि मुख्तार की मौत के बाद सिर्फ गाज़ीपुर ही नहीं बल्कि बाँदा और मऊ ज़िलों में भी सुरक्षा व्यवस्था बहुत सख्त कर दी गयी है, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पैरामिलिटरी फ़ोर्स को तैनात किया गया गया है, इसी पर पियूष राय की प्रतिक्रिया आयी है। पियूष ने लिखा कि अपराधी के अपराध के बहीखाते का अंत हो चूका है, गाज़ीपुर में तो ख़ुशी का माहौल है, कौन कहता है कि यहाँ का सौहार्द बिगड़ेगा, यहाँ तो रात भर ख़ुशी मनाई गयी है. पियूष राय ने इससे पहले भी अपनी एक एक्स पोस्ट में लिखा था कि कर्म के दायरे से जब तुम उतरोगे तो उसकी सजा तुम्हें तड़पने तक नहीं छोड़ेगी.

वहीँ कृष्णानंद राय के भतीजे आनंद राय ने मुख्तार की मौत को होली का उपहार बताया है और कहा है कि 19 साल बाद परिवार में ख़ुशी लौटी है. आनंद राय ने कहा कि मुख्तार अंसारी कोई संत या धर्मात्मा नहीं था जो उसकी मौत पर आंसू बहाये जांय। उसी ने मऊ में दंगे कराये, जेल में उसकी तानाशाही चलती थी, उसपर 35 से ज़्यादा हत्या के मुकदमों समेत 60 मुक़दमे दर्ज हैं. कल रात एक अपराधी की मौत हुई है, उस पर हाय तौबा मचाने की क्या ज़रुरत। लेकिन कुछ राजनीतिक पार्टियां तो वोटों के लिए हायतौबा तो मचाएंगी ही.

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related