पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के वर्ली श्मशान पर मशहूर बिजनेसमैन रतन टाटा का अंतिम संस्कार पूकिया गया. इससे मुंबई के NCPA ग्राउंड में अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा गया था जहाँ उन्हें अंतिम विदाई देने वालों की भारी भीड़ रही. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पीयूष गोयल मुंबई में उद्योगपति रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। वर्ली श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान पारसी प्रार्थनाएँ पढ़ी गईं। इसके अलावा रतन टाटा को 21 तोपों की सलामी दी गयी.
रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र और गुजरात के सीएम समेत तमाम दिग्गज पहुंचे। रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने समुद्र तट पर रेत से उद्योगपति रतन टाटा की कलाकृति बनाकर अपने अंदाज़ में श्रद्धांजलि दी . इससे पहले रतन टाटा की अंतिम यात्रा NCPA लॉन से शुरू हुई जहाँ पहले तिरंगे में उनके शरीर को लपेटा गया और सलामी दी गई. रतन टाटा का पार्थिव शरीर नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स में रखा गया था जहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए लोग इकट्ठा हुए थे। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए एनसीपीए के बाहर इतने लोग इकट्ठा हो गए कि वहां पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ गया।
प्रसिद्ध उद्योगपति एवं परोपकारी रतन टाटा का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार शाम मध्य मुंबई स्थित एक शवदाह गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। मुंबई पुलिस ने उन्हें श्रद्धांजलि और गार्ड ऑफ ऑनर दिया। वर्ली स्थित शवदाह गृह में टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा समेत उनके परिवार के सदस्य और टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन समेत शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। शवदाह गृह में मौजूद एक धर्म गुरु ने बताया कि अंतिम संस्कार पारसी परंपरा के अनुसार किया गया। उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार के बाद दिवंगत उद्योगपति के दक्षिण मुंबई के कोलाबा स्थित बंगले में तीन दिन तक अनुष्ठान किए जाएंगे। पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा (86) का बुधवार रात शहर के एक अस्पताल में निधन हो गया।