वकील विशाल तिवारी ने 7 जून को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की जिसमें सेबी और केंद्र सरकार से 4 जून को शेयर बाजार में हुई भारी गिरावट पर जांच रिपोर्ट दाखिल करने की मांग की गई। यह आवेदन अडानी हिंडनबर्ग रिट याचिका में एक आवेदन के रूप में दायर किया गया है। याचिका में कहा गया है कि मामला लंबित है, जबकि सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट और मामले में 3 जून के फैसले में कहा गया है कि मामले का निपटारा हो चुका है।
याचिका में कोर्ट से यह भी कहा गया है कि वह अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर सेबी को अपनी जांच रिपोर्ट और विशेषज्ञ समिति द्वारा सुझाए गए निर्देशों को लागू करने के बारे में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दे।
याचिका के अनुसार, जबकि कोर्ट ने बाजार नियामक को विशेषज्ञ समिति द्वारा सुझाए गए सुधारों को लागू करने का निर्देश दिया, लेकिन उसने इस बारे में कोई दस्तावेज दाखिल नहीं किया कि इन सुधारों को लागू किया गया है या नहीं। इसमें यह भी आरोप लगाया गया है कि सेबी ने सुप्रीम कोर्ट या आम जनता को यह नहीं बताया है कि उसने अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर लंबित जांच पूरी कर ली है या नहीं।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 4 जून को शेयर बाजार में आई गिरावट की जांच की मांग की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह द्वारा लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले भारतीय निवेशकों को शेयर खरीदने की दी गई सलाह के समय पर सवाल उठाया।