Anantnag Encounter: अनंतनाग एनकाउंटर का आज छठां दिन है। आज छठवें दिन आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है। सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा बलों से हुई मुठभेड़ में दस लाख का इनामी आतंकी उजैर खान ढेर हो गया हे। उजैर खान स्थानीय आतंकवादी है। जो कोकेरनाग के नौगम का रहने वाला है। वह पिछले दो साल से आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ था। आतंकी उजैर पर 10 लाख रुपए का इनाम है। हालांकि उजैर खान के मारे जाने की अभी पूरी पुष्टि होना बाकी है। मारे गए आतंकी उजैर का डीएनए उसके परिजनों से कराया जाएगा। इसके बाद ही इसकी अधिकारिक पुष्टी की जाएगी।
अब तक पांच आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के कोकरनाग में चल रही मुठभेड़ का सोमवार को छठा दिन है। कोकरनाग के गडूल जंगलों में सेना के ऑपरेशन में अब तक पांच आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया है। जहां से एक जला शव बरामद हुआ है। माना जा रहा है कि शव आतंकी उजैर खान का होगा।
कोकरनाग में हुई मुठभेड़ में 13 सितंबर को तीन सुरक्षा अधिकारी शहीद हुए थे। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के टीआरएफ विंग ने ली थी। बताया जा रहा है कि हमले में 10 लाख के इनामी आतंकी उजैर का हाथ है। उजैर खान स्थानीय आतंकवादी है। आज सोमवार को मौके पर वरिष्ठ अधिकारी डीजीपी और एडीजीपी के मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे हैं।
ऑपरेशन का दायरा अब आसपास के गांवों तक बढ़ाया
सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन का दायरा अब आसपास के गांवों तक बढ़ाया है। चिह्नित ठिकानों पर मोर्टार व अन्य हथियारों से विस्फोट किया जा रहा है। सुरक्षाबलों की आक्रामक रणनीति के बाद पहाड़ों के चप्पे-चप्पे से वाकिफ आतंकवादी अपना ठिकाना बदल रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल घने जंगल में छिपे दहशतगर्दों की निगरानी के लिए ड्रोन और हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। माना जा रहा है कि बीते बुधवार से आतंकी इन जंगलों और पहाड़ी में शरण लिए हुए हैं।
रविवार सुबह सुरक्षा बलों ने जंगल में मोर्टार गोले दागे। घने जंगल में प्राकृतिक गुफाओं में आतंकियों ने अपना ठिकाना बनाया हुआ है। एहतियात तौर पर पड़ोसी पॉश क्रेरी इलाके में सुरक्षा घेरा बढ़ाया है। जिससे निश्चित किया जा सके कि आतंकवादी नागरिक बस्तियों में न घुसे। पुलिस का मानना है कि दो से तीन आतंकवादी वन क्षेत्र में फंसे हैं। क्योंकि बलों ने कड़ी घेराबंदी कर रखी है।
सुरक्षा बल लगातार इलाके में घेराबंदी बनाए हैं। पहाड़ी पर जहां संभावित ठिकाने का शक है वहां से लगने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया है।
गडूल जंगलों में आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी
कोकेरनाग के गडूल जंगलों में बीते मंगलवार को आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिली। पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने तलाशी अभियान चलाया। लेकिन आतंकियों का पता नहीं चल सका। रात होने पर फिर ऑपरेशन रोक दिया। बुधवार को फिर ऑपरेशन शुरू हुआ। सूचना मिली कि आतंकवादी एक पहाड़ी की चोटी पर हैं। सुरक्षाबल आगे बढ़े पहाड़ी की चोटी पर पहुंचने के लिए बलों को जो रास्ता अपनाना पड़ा। यह काफी चुनौतीपूर्ण था।
जैसे ही दल गुफा के पास पहुंचा तो छिपे आतंकवादियों को उनकी झलक मिल गई। उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। संकरे रास्ते पर फंसे होने के कारण सुरक्षाकर्मियों के पास जाने के लिए कोई जगह नहीं थी। जिसके चलते दो army officer और एक Police officer घायल हो गए।
घायल अधिकारियों मुठभेड़ स्थल से बाहर निकालना काफी हो रहा था। अन्य कर्मियों और हेलीकॉप्टर से दोनों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। शुरुआती गोलीबारी के दौरान 19 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और पूर्व डीआईजी कश्मीर गुलाम मोहम्मद भट के बेटे डीएसपी हुमायूं भट शहीद हुए।