सारे जतन बेकार गए, यहाँ तक कि कप्तान रोहित शर्मा को बाहर बिठाने का फैसला भी कोई काम नहीं आया, भारतीय बल्लेबाज़ी का कमोबेश वहीँ हाल हुआ जो बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अबतक होता आ रहा है, विशेषकर टॉप आर्डर की नाकामी। आज शुरू हुए श्रंखला के पांचवें और अंतिम टेस्ट जो सिडनी में शुरू हुआ वही सिलसिला बरकरार रहा, 56 रनों पर टॉप आर्डर के तीन बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे, विराट कोहली आठ पारियों में सातवीं बार स्टंप्स के बाहर छेड़खानी करते हुए चलते बने. कहने का मतलब कुछ भी नहीं बदला, सिवाए इसके कि टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा को सिडनी टेस्ट में आराम दे दिया गया. टीम इंडिया 185 रनों पर आल आउट हो गयी जिसके लिए उसने 72. 2 ओवर खेले, थोड़ी राहत की बात यह रही कि खेल के अंतिम ओवर की अंतिम गेंद पर बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को आउट कर दिया। स्टंप्स के समय ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट खोकर 9 रन बनाये थे.
इससे पहले कप्तान बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। हालाँकि पिच पर हरियाली नज़र आ रही थी. उनके मन में शायद चौथी इनिंग घूम रही होगी क्योंकि सिडनी की विकेट को थोड़ा स्पिन की मददगार पिच कहा जाता है जो चौथी पारी में बल्लेबाज़ी करने वाले को काफी परेशान करती है, लेकिन सिडनी की पिच को कहिये या फिर ऑस्ट्रेलियन गेंदबाज़ों की सटीक लाइन और लेंथ कहिये या फिर टीम इंडिया के बल्लेबाज़ों की गैरज़िम्मेदाराना बल्लेबाज़ी कहिये, बुमराह का बल्लेबाज़ी करने का फैसला गलत साबित हुआ.
रोहित शर्मा को बाहर करने से के एल राहुल को अपनी जगह वापस मिल गयी लेकिन पिछले मैच की नाकामी उनके साथ ही रही और वो 4 रन बनाकर चलते बने. 6 रन बाद ही पिछले मैच में शानदार बल्लेबाज़ी करने वाले यशस्वी बोलैंड का पहला शिकार बने. शुभमण गिल जो रोहित की जगह टीम में आये, कोहली के साथ 40 रनों की साझेदारी करने में कामयाब हो गए और जब लगने लगा कि उनकी आँखें जम चुकी हैं, नाथन लायन का शिकार बन गए. विराट कोहली आज कुछ अच्छे टच में नज़र आ रहे थे और लगातार स्टंप्स के बाहर की गेंदों को छोड़ रहे थे लेकिन बहुत देर तक वो अपने पर काबू न रख सके और वही गलती कर बैठे जो वो अबतक करते आ रहे थे, बोलैंड की गेंद को स्लिप्स में भेजकर और 17 रन बनाकर वो चलते बने.
इसके बाद ऋषभ पंत और जडेजा ने फूंक फूंककर कदम आगे बढ़ना शुरू किया। दोनों के बीच 48 रनों की बेहद धीमी साझेदारी भी हुई लेकिन अंततः ऋषभ पंत के सब्र का बाँध टूट गया और एक बेहद बेहूदा शॉट खेलकर अपने आप पर झल्लाते हुए वो पवेलियन की तरफ चलते बने. पंत ने सर्वाधिक 40 रनों की पारी खेली। 120 के इसी स्कोर पर पिछले मैच के शतकवीर नितीश रेड्डी स्लिप में कैच प्रैक्टिस कराते हुए शून्य पर चलते बने. रविंद्र जडेजा भी 14 रनों बाद 26 रन बनाकर स्टार्क की गेंद पर पगबाधा हो गए. 14 रनों बाद वाशिंगटन सूंदर को कमिंस ने उनके व्यक्तिगत स्कोर 14 पर चलता किया। इसके बाद ज़्यादा कुछ बचा नहीं था फिर भी कप्तान बुमराह ने बल्ला चलाकर महत्वपूर्ण 22 रनों की पारी खेल दी जो 17 गेंदों में आयी। ऑस्ट्रेलिया के लिए बोलैंड ने सर्वाधिक चार विकेट हासिल किये। स्टार्क ने तीन और कमिंस ने दो विकेट हासिल किये, एक विकेट नाथन लॉयन के हिस्से में गया.