मेरठ लोकसभा सीट के लिए सुनीता वर्मा ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नामांकन आज दोपहर दाखिल कर दिया है. माना जा रहा है कि मेरठ के लिए सुनीता वर्मा अब फ़ाइनल उम्मीदवार है क्योंकि नामांकन का आज अंतिम दिन है, हालाँकि अभी कुछ घंटे बाकी हैं। मेरठ में सपा में उम्मीदवारी को लेकर जो सर फुटव्वल हुई उससे पार्टी की जग हसाई ज़रूर हुई है। फिलहाल नामांकन दाखिल करने के दौरान मेरठ की पूर्व मेयर और उनके पति पूर्व विधायक योगेश वर्मा काफी खुश नज़र आ रहे थे.
मेरठ में अब त्रिकोणीय मुकाबला होना निश्चित हुआ है, भाजपा की तरफ से जहाँ अरुण गोविल मैदान में हैं वहीँ बसपा ने दिव्वृत त्यागी को मैदान में उतारा है. सपा उम्मीदवार के रूप में अब मेरठ की पूर्व मेयर सुनीता वर्मा हैं. सुनीता वर्मा साल 2017 में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मेरठ मेयर का चुनाव जीता था. बाद वो अपने पति के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल गयी थीं.
इससे पहले मेरठ से सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके सरधना विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि सुनीता वर्मा की उम्मीदवारी से पहले आज सुबह पार्टी ऑफिस में अध्यक्ष जी से काफी लम्बी चर्चा के बाद टिकट फाइनल किया गया। उन्होंने कहा कि मैं टी हसन नहीं हूँ, मैं उनके जैसी बात कभी नहीं कर सकता, मैं सुनीता वर्मा का भरपूर प्रचार भी करूंगा। मैं पार्टी का निष्ठावान हूँ, पार्टी का विधायक हूँ , पार्टी जो फैसला लेगी वो राजनीतिक हित में लेगी। बता दें कि मुरादाबाद से सिटिंग संसद टी हसन ने टिकट कटने के बाद मौजूदा प्रत्याशी रुचिवीरा के लिए चुनाव प्रचार न करने की बात कही है।
अतुल प्रधान ने अरुण गोविल के बारे में कहा कि उनका सम्बन्ध मेरठ से नहीं है, वो मुंबई से आये हैं और चुनाव बाद वापस चले जायेंगे। बता दें कि इसी तरह का एक बयान अरुण गोविल ने दिया था जो बहुत वायरल हुआ था, अरुण गोविल से सवाल किया गया था कि क्या आप मेरठ को समय दे पाएंगे तो उन्होंने कहा था कि ये तो समय ही बताएगा।