साउथ अफ्रीका का दौरा कर श्रीलंका की टीम दो टेस्ट मैचों की श्रंखला के पहले टेस्ट के पहले दिन अपनी पहली पारी में सिर्फ 13.5 ओवर में ही 42 रनों पर ऑलआउट हो गई। डरबन में खेले जा रहे टेस्ट मैच का पहला दिन बारिश से प्रभावित रहा और सिर्फ 20.4 ओवर का खेल ही हो सका। मैच के दूसरे दिन साउथ अफ्रीका ने अपनी पारी 80 रन से आगे बढ़ाते हुए 191 रनों तक ले जाने में कामयाब रही लेकिन बाद में मार्को जेनसन का कहर देखने को मिला। इस पारी में कोई भी श्रीलंकाई बल्लेबाज जानसेन के सामने टिक नहीं सका।
श्रीलंकाई पारी के दौरान तेज गेंदबाज मार्को जेनसन ने शानदार गेंदबाजी की और अकेले ही 7 बल्लेबाजों के विकेट चटकाए। मार्को जेनसन ने सिर्फ 6.5 ओवर गेंदबाजी की और 13 रन देकर 7 विकेट चटकाए। मार्को जेनसन के अलावा गेराल्ड कोएट्जिया ने 2 और कैगिसो रबाडा ने 1 विकेट हासिल किया।
श्रीलंका की टीम इस पारी में सिर्फ 83 गेंदे ही खेल सकी, टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम गेंदों पर ऑल आउट होने वाली वो दूसरी टीम बन गई। 100 बरस पहले 1924 में एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की टीम 75 गेंदों पर 30 रनों पर ढेर हो गई थी। एक शताब्दी के बाद किसी भी टीम का इतना बुरा हश्र हुआ है. श्रीलंका ने इसके साथ ही एक शर्मनाक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका का ये सबसे कम स्कोर है। इससे पहले श्रीलंका की टीम 1994 में पाकिस्तान के खिलाफ 71 रन पर ऑल आउटहुई थी। यह पहला मौका है जब श्रीलंका की टीम टेस्ट मैच में 50 रन का आंकड़ा छुए बिना ऑल आउट हुई है। दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका ने पहली बार किसी टीम को इतने लो स्कोर पर ऑल आउट किया है। दक्षिण अफ्रीका ने इससे पहले 2013 में न्यूजीलैंड को 45 रनों पर आल आउट किया था।