श्रीलंका वीमेन टीम ने मौजूदा चैंपियन इंडिया वीमेन टीम को आसानी से 8 विकेट से हराकर पहली बार एशियाई महिला चैंपियन का खिताब जीत लिया। दांबुला में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय महिलाओं ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट पर 165 रन बनाए.
भारत के लिए स्मृति मंधाना ने 60, ऋचा घोष ने 30 और जेमिमा रोड्रिग्ज ने 29 रनों की पारी खेली। श्रीलंका टीम के लिए कविशा दिलहारी ने दो विकेट लिए.
मेजबान श्रीलंका ने 166 रनों का लक्ष्य 19वें ओवर में 2 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया. हर्षिता समाराविक्रमा 69 रन और कविशा दिलहारी 30 रन बनाकर नाबाद रहीं।
श्रीलंका वीमेन टीम ने पहली बार एशियाई महिला कप का खिताब जीता है। वहीँ इंडिया वीमेन टीम ने 7 बार एशिया कप का खिताब जीता है, बांग्लादेश की टीम भी एक बार चैंपियन बनने में सफल रहीं। पाकिस्तान टीम अब तक कोई भी महिला एशिया कप खिताब नहीं जीत सकी.
श्रीलंका के लिए ऐतिहासिक कामयाबी हासिल करने के बाद टीम की कप्तान चमारी अथापथु अपने संन्यास की ख़बरों के बारे में भी बात की जो कई महीनों से गश्त कर रही थी. दांबुला में श्रीलंका की एशिया कप जीत के बाद चमारी अथापथु ने कहा कि उनका लक्ष्य कम से कम अगले साल होने वाले वनडे विश्व कप तक अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना है। 34 वर्षीय अथापथु पिछले कई महीनों से अपने भविष्य को लेकर चुप हैं। वह श्रीलंका की कप्तान हैं और लगभग निर्विवाद रूप से उनकी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। हालांकि, उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि अप्रैल में दक्षिण अफ्रीका में होने वाली सीरीज राष्ट्रीय टीम के साथ उनकी “आखिरी ड्यूटी” होगी, लेकिन बाद में उन्होंने इस पोस्ट पर विस्तार से बात करने से इनकार कर दिया। अथापथु ने कहा, “उम्मीद है कि मैं अगले 50 ओवर के विश्व कप तक खेलूंगी।” जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अपने प्रशंसकों से वादा करेंगी कि वे उन्हें लंबे समय तक श्रीलंका की जर्सी में खेलते देखेंगे, तो उन्होंने कहा अगले साल होने वाले विश्व कप की तारीखों की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन भारत टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। इसका मतलब यह है कि अथापट्टू अगले दो वैश्विक आयोजनों – इस वर्ष बांग्लादेश में अक्टूबर में होने वाला टी-20 विश्व कप और अगले वर्ष होने वाला एकदिवसीय विश्व कप के लिए टीम में बनी रहेंगी।