Ind vs SA: आखिरकार संजू सैमसन के बल्ले से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में एक बड़ी पारी आ ही गयी, सैमसन ने 63 गेंदों पर नाबाद 86 रनों की पारी खेली, इसके बावजूद भी आलोचक उनकी बल्लेबाज़ी से खुश नज़र नहीं आये उनके मुताबिक संजू सैमसन को 19वें ओवर में खुद ज़्यादा स्ट्राइक लेनी चाहिए थी मगर नॉन स्ट्राइकर एन्ड पर ही खड़े रहे. अंतिम ओवर में भारत को जीत के लिए 30 रन चाहिए थे, इस ओवर में 20 रन ही बन पाए जिसमें सैमसन के बल्ले से 18 रन आये. आलोचकों का कहना है कि सैमसन अगर 19 वे की कुछ गेंदे खेलते तो अंतिम ओवर में लक्ष्य शायद कुछ कम होता और भारत को जीत भी मिल सकती थी. इसके बावजूद सैमसन की यह पारी उनके लिए यादगारी कही जाएगी, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय मैचों में उन्हें कई बार मौके मिले मगर वो उन्हें भुना नहीं पाए, उनके ऊपर घरेलू मटेरियल होने का ठप्पा लगने लगा था, यह पारी यकीनन उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में स्थापित करने में मददगार हो सकती है।
वर्षा से प्रभावित लखनऊ के इकाना स्टेडियम में यह मैच 40 ओवरों का खेला गया. मेहमान दक्षिण अफ्रीका ने हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर की शानदार परियों की बदौलत 4 विकेट पर 249 रनों का एक बड़ा स्कोर खड़ा किया जिसका पीछा करते हुए टीम इंडिया आठ विकेट के नुक्सान पर 240 रन ही बना सकी। कप्तान बावुमा की नाकामी का सिलसिला वनडे सीरीज़ में भी जारी रहा. बावुमा 8 रन बनाकर शार्दुल ठाकुर की गेंद पर बोल्ड हो गए. यानेमन मलान ने 22 और डिकॉक ने 48 रनों की पारियां खेलीं। लेकिन क्लासेन और मिलर ने अपनी धुआंधार बल्लेबाज़ी से टीम के लिए एक विजयी स्कोर खड़ा कर दिया। क्लासेन ने नाबाद 74 और मिलर ने नाबाद 75 रनों की पारियां खेलीं। शार्दुल ठाकुर सबसे सफल गेंदबाज़ रहे जिन्होंने 35 रन देकर दो विकेट हासिल किये।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के दोनों सलामी बल्लेबाज़ शिखर और शुभमण 8 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट चुके थे. यहाँ से ऋतुराज गायकवाड़ (19), ईशान किशन (20) श्रेयस अय्यर (50) ने टीम को संभाला लेकिन इस बीच रन रेट लगातार बढ़ता गया लेकिन संजू सैमसन लगातार कोशिश करते रहे, बाद में उन्होंने शार्दुल ठाकुर (33) के साथ मिलकर टीम जीत के करीब ले जाने में कामयाब हो सके. शार्दुल के आउट होने के बाद कुलदीप यादव और आवेश संजू का ठीक से साथ न दे सके, विशेषकर 19 वे में आवेश ने कई गेंदे डॉट खेलीं और आउट भी गए. यहाँ पर अगर संजू सैमसन थोड़ी समझदारी दिखाते तो कहानी थोड़ी अलग हो सकती थी. दरअसल 19 वे की पहली दो गेंदें आवेश डॉट खेल गए, तीसरी गेंद पर उनका कैच छूटा, इस गेंद पर आवेश ने दो रन लिए, चौथी गेंद फिर डॉट खेली और पांचवीं गेंद पर आउट हो गए। संजू अगर थोड़ी समझदारी दिखते और तीसरी गेंद पर एक ही रन लेते तो उन्हें इस ओवर की तीन गेंदे खलने का मौका मिल जाता, इन तीन गेंदों में 8-10 रन भी बन सकते थे. संजू की इसी गलती पर लोग उन्हें बुरा भला कह रहे हैं. साऊथ अफ्रीका के लिए लुंगिसानी एनगिडी ने तीन और रबाडा ने दो विकेट हासिल किये। श्रंखला का दूसरा मैच रांची में 9 अक्टूबर को खेला जायेगा।