राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव जीतकर भाजपा ने जहाँ सबको चौंकाया वही उससे ज़्यादा लोग तब चौंके जब भाजपा आला कमान ने एक के बाद एक सरप्राइज़ देते हुए तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नामों का एलान किया। ये तीनों नाम ऐसे थे जिनके बारे किसी ने भी नहीं सोचा था कि ये भाजपा के CM चेहरा बन सकते हैं, विशेषकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जिन्होंने अपना पहला चुनाव ही जीता था, अब प्रधानमंत्री मोदी ने बताया है कि भाजपा ने इन तीनों को क्यों मुख्यमंत्री पद सौंपा।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक अखबार को दिए एक इंटरव्यू में इसका खुलासा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ये दुर्भाग्य की बात है दशकों से लोगों का फोकस कुछ ख़ास लोगों पर ही रहा है विशेषकर किसी परिवार के लिए जिसकी वजह से नए लोगों के बारे में चर्चा तक नहीं होती और नई प्रतिभाओं को उभरने का मौका भी नहीं मिल पाता, इसलिए जब ऐसे लोगों को मौका मिलता है तो लोग चौंक जाते हैं जबकि हकीकत ये है कि ये लोग पार्टी के लम्बे समय से काम कर रहे होते हैं, पार्टी के लिए इन लोगों ने बहुत त्याग किया होता है, इन लोगों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती और ये लोग कभी अपने मुंह से अपने लिए कुछ नहीं मांगते हैं.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भाजपा काडर बेस पार्टी है और संगठन में एक कार्यकर्ता चाहे जितना ऊपर पहुँच जाय, चाहे जिस पद पर पहुँच जाय हमेशा एक कार्यकर्ता ही रहता है. बता दें कि भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद मध्य प्रदेश में चुनाव जीतने के बाद चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान को हटाकर मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया, छत्तीसगढ़ में रमण सिंह बड़ा चेहरा थे, मुख्यमंत्री रह चुके थे, सबसे बड़े दावेदार थे लेकिन मौका विष्णुदेव साय को मिला वहीँ राजस्थान में वसुंधरा राजे जिनके बारे में परिवार का ज़िक्र प्रधानमंत्री ने अपने साक्षात्कार में किया था उनको मौका न देकर 20 साल से संगठन के लिए काम कर रहे भजनलाल शर्मा को सीएम बना दिया। हालाँकि ये सभी को मालूम है कि भाजपा आला कमान के इस फैसले के पीछे जातिगत समीकरण हैं जो कुछ महीनों बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में काम आने वाले हैं.