उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक ऐसा हत्याकांड सामने आया है जिसे सुनकर लोगों दिल दहल जाय। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के सुहैल गार्डन कॉलोनी में हुए इस हत्याकांड में एक ही परिवार के पांच लोगों का बड़ी बेदर्दी और बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया। इस हत्याकांड में हत्यारों ने पति-पत्नी और तीन मासूम बेटियों को मौत के घाट उतार दिया। इतना बड़ा कांड करने के बाद हत्यारों ने सभी पांचों शवों को घर के अंदर छिपा दिया था।
इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा तब हुआ जब मृतक मोइन का भाई सलीम गुरुवार को उसके घर पहुंचा। दरवाज़ा अंदर से बंद था. सलीम ने बहुत आवाज़ें लगाईं और दरवाज़े को खटखटाया, तब किसी अनहोनी आशंका ने जन्म लिया। मोहल्ले वाले भी जमा हो गए और दरवाज़े को तोड़ा गया. दरवाज़ा तोड़कर जब अंदर लोग पहुंचे तो वहां का नज़ारा रौंगटे खड़े करने वाला था क्योंकि फर्श पर जहाँ मोईन और उसकी पत्नी आसमा की लाश पड़ी हुई थी वहीँ उसकी तीनों बेटियों की लाशें बेड के बॉक्स से बरामद हुईं। बेटियों का नाम अफ़्षाँ, अदीबा और और अज़ीज़ा है जिकी उम्र 1 से आठ साल है.
घटना की सूचना फ़ौरन पुलिस को दी गयी, सूचना मिलते ही एसएसपी विपिन ताडा और दूसरे आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। तुरंत ही फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को बुलाया गया। पुलिस ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है। इतने बड़े हत्याकांड की खबर पूरे ज़िले में जंगल की आग की तरह फ़ैल गयी. पुलिस हत्याकांड की तह तक जाने के लिए सभी तरह के कदम उठा रही है. घर अंदर से बंद पाए जाने पर इस बात पर चर्चा हो रही है कि यह हत्याकांड क्या मोईन ने खुद अंजाम दिया या फिर कोई और अंजाम देकर इस तरह फरार हुआ कि घर अंदर से बंद मिले.
बता दें कि पिछले साल नवंबर में वाराणसी में भी एक परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी। उसमें भी पति पत्नी और तीन बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।प्रदेश कानून व्यवस्था का दावा करने वाली योगी सरकार के लिए इस तरह की बढ़ती जघन्य हत्याओं की ब घटनाएं चिंता का विषय हैं।