महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार ने महायुति की बम्पर कामयाबी का सेहरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिया है. एनसीपी सपा के प्रमुख ने कहा कि योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र साम्प्रदायिक ध्रूवीकरण कराने में कामयाब रहे, उनके भाषणों ने निश्चित रूप से धार्मिक ध्रुवीकरण किया जिसका फायदा महायुति को मिला, इसके अलावा लड़की बहन योजना ने भी महायुति की इस जीत में बड़ी भूमिका निभाई है.
उन्होंने कहा कि शनिवार को घोषित चुनाव परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। सक्रिय राजनीति से अलग होने के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा कि वह और उनकी पार्टी के सहयोगी इस बारे में फैसला करेंगे। सतारा जिले के कराड शहर में पत्रकारों से बातचीत में शरद पवार ने माना कि उनके भतीजे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने उनकी पार्टी राकांपा-सपा से अधिक सीटें जीती हैं लेकिन सभी जानते हैं कि असली एनसीपी किसकी है.
शरद पवार ने कहा कि लड़की बहन योजना और धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण ने MVA की हार मेंबड़ी भूमिका निभाई। बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी महाराष्ट्र में महायुति की जीत का कारण हो सकती है। ईवीएम पर एक सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि वह इस बारे में तभी बोलेंगे जब उनके पास आधिकारिक आंकड़े होंगे। बता दें कि नतीजों के बाद शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने महायुति के पक्ष में बड़े जनादेश के पीछे धांधली का संदेह जताया था। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शरद पवार को अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। उनकी अगुवाई वाली एनसीपी (सपा) को 288 सदस्यीय विधानसभा में सिर्फ 10 सीटें मिलीं, जबकि अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP को 41 सीटें मिलीं।