उतार-चढ़ाव के बीच, बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स ने दिन की अधिकांश बढ़त खो दी और ऑटो, एफएमसीजी और मेटल शेयरों के दबाव में एक सीमित दायरे में कारोबार किया। हालांकि, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ-साथ रियल्टी शेयरों ने 4 दिसंबर को बेहतर प्रदर्शन किया। बाजार विशेषज्ञों की उम्मीद है कि इस सप्ताह के अंत में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नकदी बढ़ाने के लिए संभावित नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में कटौती की जाएगी, जिससे वित्तीय शेयरों में तेजी आई।
बाजार बंद होने पर सेंसेक्स 110.58 अंक बढ़कर 80,956.33 पर और निफ्टी 10.30 अंक बढ़कर 24,467.45 पर था। निफ्टी पर एचडीएफसी लाइफ, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी और अपोलो हॉस्पिटल्स सबसे ज्यादा लाभ में रहे। भारती एयरटेल, सिप्ला, बजाज ऑटो, टाटा मोटर्स और अदानी पोर्ट्स में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
आज के कारोबार में PSU bank Index में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली, जिसमें 2 % से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली। मंगलवार को इंडेक्स में 2.5 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली थी। भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में करीब 2 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। यूको बैंक, सेंट्रल बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक जैसे अन्य सरकारी बैंक बुधवार को इंडेक्स में सबसे ज्यादा बढ़त हासिल करने वाले बैंकों में शामिल रहे।
यूको बैंक के शेयरों में जहां 9 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली, वहीं अन्य तीन बैंकों में 6 से 7 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली। निफ्टी बैंक भी 1 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। यह भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी मौद्रिक नीति बैठक में संभावित लिक्विडिटी उपायों को लेकर बनी आशावादिता के कारण हुआ है। संभावित नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कटौती की उम्मीदों ने बैंकिंग शेयरों में तेजी ला दी।