सीपीएम के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी का लंबी बीमारी से जूझने के बाद 72 साल की उम्र में निधन हो गया। वह 72 साल के थे। येचुरी को निमोनिया जैसे सीने के संक्रमण के इलाज के लिए 19 अगस्त को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था।
सीपीएम ने पहले सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि येचुरी को श्वसन सहायता दी जा रही है और उनकी हालत गंभीर है। येचुरी करीब 50 साल पहले छात्र नेता के तौर पर सीपीएम में शामिल हुए थे। उन्होंने 2005 से 2015 तक लगातार तीन बार पार्टी के महासचिव के तौर पर काम किया। वह 2018 में फिर से इस पद के लिए चुने गए।
सीताराम येचुरी का जन्म 1952 में मद्रास (चेन्नई) में एक तेलुगु ब्राह्मण परिवार में हुआ था. मां कल्पकम येचुरी सरकारी अधिकारी थीं और पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे. उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र में बीए और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एमए की डिग्री हासिल की. 1975 में वो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बने थे.