SBI Loan Interest Hike: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR को बढ़ा दिया है। इसके बाद एक साल का एमसीएलआर बढ़कर 8.55 प्रतिशत हो गया। दो साल का एमसीएलआर 8.65 प्रतिशत और तीन साल का एमसीएलआर भी 8.75 बढ गया है। एमसीएलआर का असर ब्याज दरों पर पड़ता है। SBI ने MCLR को 5 आधार अंक बढ़ाया है। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक SBI ने मर्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स यानी एमसीएलआर (MCLR) में पांच आधार अंक की बढ़ोतरी की है। ये बढ़ोत्तरी सभी अवधि के एमसीएलआर में की है। एसबीआई के इस कदम से लोन लेने वालों की ईएमआई में बढ़ोतरी होगी। 100 आधार अंक का मतलब एक प्रतिशत होता है।
नई ब्याज दरें लागू?
एसबीआई वेबसाइट पर दी जानकारी के अनुसार, नई एमसीएलआर रेट आज 15 जुलाई से लागू होंंगे। ऐसे में उन लोगों की ईएमआई में बढ़ोत्तरी होगी जिनका लोन एमसीएलआर से जुड़ा है। जिनका Loan किसी अन्य बेंचमार्क से जुड़ा है उनकी EMI में इजाफा नहीं होगा।
MCLR की ये लागू हुई नई दरें
MCLR नई दरों के लागू होने के बाद एक साल का एमसीएलआर रेट बढ़कर 8.55 प्रतिशत हो जाएगा। जो कि पहले 8.50 प्रतिशत था। अधिकांश लोन एक साल के MCLR से लिंक्ड होते हैं। ओवरनाइट, एक माह और तीन माह का एमसीएलआर 5 आधार अंक बढ़कर 8.00 फीसद और 8.15 फीसद हो गया है। छह माह का एमसीएलआर 5 आधार अंक बढ़कर 8.45 प्रतिशत हो गया। दो साल के एमसीएलआर दर 5 आधार बढ़कर 8.65 प्रतिशत है। जबकि तीन साल का एमसीएलआर 8.75 प्रतिशत हो गया।
MCLR क्या होता है
एमसीएलआर को मर्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स कहा जाता है। ये वो दर होती है, जिसकी सहायता से कोई बैंक ग्राहकों को लिए होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन के साथ अन्य प्रकार के लोन ब्याज दर निर्धारित करते हैं।