दहशरे की रात में, एक तरफ जहाँ देश में रावण पर अग्निबाण छोड़े जा रहे थे तो वहीँ हाइड्रा में टीम इंडिया के बल्लेबाज़ बांग्लादेश के गेंदबाज़ों को बुरी तरह कुचल रही थी और आक्रामक बल्लेबाज़ी के नए मानक स्थापित कर रही थी जिसमें संजू सैमसन और सूर्यकुमार यादव ने बेरहम बल्लेबाजी का शानदार नमूना पेश किया और हैदराबाद में तीसरे टी20 मैच में बांग्लादेश पर 133 रनों से हराकर 3-0 से सूपड़ा साफ़ कर दिया, टीम ने टेस्ट श्रंखला में यही काम किया था.
दहशरा का उत्सव होने के बावजूद दर्शक बड़ी संख्या में स्टेडियम में उमड़ पड़े जिन्हें बहरतीय बल्लेबाज़ों ने निराश नहीं किया और उन्हें आक्रमक बल्लेबाज़ी का एक अविस्मरणीय नजारा देखने को मिला जहाँ पर बल्ले से आतिशबाज़ी हो रही थी और मैदान पर चौके फुट रहे थे और आसमान में छक्के फट रहे थे. भारतीय बल्लेबाज़ों ने 6 विकेट पर 297 रनों को विशालकाय स्कोर खड़ा किया जो टी20 में भारत का अबतक का सबसे बड़ा स्कोर है. इस दौरान भारतीय बल्लेबाज़ों 24 ऑरके और 22 छके लगाए।
मैच शुरुआत से ही यह एकतरफा लग रहा था जिसमें सैमसन ने अपनी बल्लेबाज़ी से अपने उन आलोचकों के मुंह पर ताला लगा दिया जो कहते थे संजू अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाते। संजू ने सिर्फ 47 गेंदों में 111 रन बना डाले जिसमें आठ छक्के शामिल थे. उन्होंने जो भी शॉट मारा, वह बल्ले के बीच से निकलकर आया, उन्होंने बेहतरीन स्ट्रोक प्ले किया, जिससे बांग्लादेश की गेंदबाज़ी लड़खड़ा गई। पारी के 10वें ओवर में तो उन्होंने लगातार पांच छक्के जड़े। उनकी पारी का दबदबा इतना था कि सूर्यकुमार की 35 गेंदों पर 75 रन की पारी भी तुलनात्मक रूप से मामूली लग रही थी। सैमसन ने अपना पहला टी20 शतक बनाया, जो भारत के लिए दूसरा सबसे तेज़ शतक भी है।
संजू और सूर्य के जल्दी-जल्दी आउट होने के बाद भी रन बनते रहे, क्योंकि हार्दिक पांड्या और रियान पराग ने उसी आक्रामक गति को जारी रखा। दोनों ने क्रमशः 47 और 34 रनों की बेधड़क पारियां खेलीं। बांग्लादेश के गेंदबाज़ पूरी तरह आशय नज़ार आये, कप्तान नजमुल हुसैन शांतो को समझ में नहीं आ रहा था कि किस्से गेंदबाज़ी कराएं । भारतीय बल्लेबाज़ों के क्रूर हमले के बीच बांग्लादेश के गेंदबाज़ों की निराशा बढ़ती गई, कई नो-बॉल, कैच छूटने और रन-आउट के मौके चूकने से उनकी परेशानी में और इज़ाफ़ा हुआ।
लक्ष्य का पीछा करने के दौरान भी बांग्लादेश की टीम बिखरी बिखरी नज़र और निर्धारित ओवरों में सात विकेट पर सिर्फ 164 रन ही बना सकी और 133 रनों के विशाल अंतर से मैच हार गयी. सिर्फ लिटन दास और तौहीद हृदॉय ने कुछ प्रतिरोध किया, जिसमें लिटन 42 रन बनाकर आउट हो गए और हृदॉय ने अर्धशतक बनाया। रवि बिश्नोई ने टीम में वापसी करते हुए 3/30 के आंकड़े के साथ एक शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें एक मेडन ओवर भी शामिल था। एकमात्र फ्रंटलाइन पेसर मयंक यादव ने दो विकेट लिए, वाशिंगटन सुंदर और नितीश कुमार रेड्डी ने एक-एक विकेट लिया।