टेनिस की दुनिया में भारतीय महिला शक्ति का लोहा मनवाने वाली टेनिस क्वीन सानिया मिर्ज़ा ने अपने सन्यास से पर्दा उठा दिया है. सानिया ने बता दिया है कि वो कब रिटायर होंगी और उनका आखरी टूर्नामेंट कौन सा होगा। सानिया ने अपने संन्यास की जानकारी देते हुए बताया कि दुबई डब्ल्यूटीए 1000 उनका अंतिम टूर्नामेंट होगा। इसका मतलब है कि फरवरी के बाद सानिया एक्शन में फिर कभी नहीं देंगी।
WTA एकल खिताब जीतने वाली पहली भारतीय
सानिया मिर्ज़ा ऐसी पहली भारतीय रही हैं जिन्होंने 2005 में WTA एकल खिताब जीता, उन्होंने यह कामयाबी अपने गृहनगर हैदराबाद में हासिल की। 2007 वह शीर्ष 30 में पहुंच गई थी और 27वें स्थान पर थी। सानिया मिर्जा छह बार की ग्रैंड स्लैम विजेता हैं यह खिताब उन्होंने डबल्स और मिक्स डबल्स में हासिल किये हैं. अपने पूरे कैरियर में सानिया ने कुल 43 खिताब जीतने में कामयाबी हासिल की है. 36 वर्षीय सानिया मिर्ज़ा टेनिस के मैदान पर 16 जनवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन में नजर आएंगी जहाँ वो कजाकिस्तान की अन्ना डेनिलिना के साथ महिला युगल में किस्मत आज़माएंगी।
चोटों से परेशान रही हैं सानिया
पिछले कई सालों से सानिया चोटों को लेकर काफी परेशान रही हैं. पिछले एक दशक से दुबई में वो अपने पति पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ रह रही सानिया ने अपने कैरियर का आखरी मैच दुबई में ही खेलने का फैसला किया है. दुबई में उनकी एक टेनिस अकादमी है और संन्यास के बाद वो अपना पूरा फोकस उस अकादेमी पर लगाना चाहती हैं. पिछले कुछ दिनों से सानिया मिर्ज़ा के वैवाहिक जीवन को लेकर लगातार ख़बरें आ रही हैं, शोएब मलिक के साथ उनके तलाक लेने की खबरे भारतीय और पाकिस्तानी मीडिया में काफी सुर्खियां बटोर रही हैं हालाँकि दोनों ही इन बातों का खंडन करते आ रहे हैं.