अमित बिश्नोई
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नजम सेठी ने कहा है कि भारत का मानना है कि एशिया कप को पाकिस्तान से स्थानांतरित किया जाना चाहिए। मुख्य चयनकर्ता हारून रशीद के साथ आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजम सेठी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और एशियाई क्रिकेट परिषद से इस मामले पर चर्चा करनी होगी। उन्होंने इस मामले पर पाकिस्तान सरकार का रुख बताते हुए कहा कि अगर भारत यहां एशिया कप नहीं खेलेगा तो पाकिस्तान भी वहां विश्व कप नहीं खेलेगा. नजम सेठी का कहना है कि टीम इंडिया को जैसे पाकिस्तान में सुरक्षा का मुद्दा है वैसे ही हमारी टीम को भारत में सुरक्षा का मुद्दा है।
रमीज़ राजा ने भी अलापा था यही राग
बता दें कि एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान में होना है. भारत ने साफ़ कर दिया है कि वो एशिया कप खेलने पाकिस्तान किसी भी हालत में नहीं जायेगा। BCCI का कहना है एशिया कप को किसी तीसरे देश में आयोजित किया जाना चाहिए, जैसा की पहले भी हो चूका है. BCCI सचिव जय शाह एशियाई क्रिकेट कौंसिल के चेयरमैन भी हैं. उन्होंने कुछ महीनों पहले ही यह साफ़ कर दिया था कि भारत पाकिस्तान नहीं जायेगा। जय शाह के इस एलान के बाद पाकिस्तान की तरफ से खूब बवाल मचाया गया था. उस वक्त भी BCCI चेयरमैन रमीज़ राजा ने यही बात की थी जो आज नजम सेठी कह रहे हैं.
गीदड़ भभकी के शिव कुछ नहीं
पाकिस्तान में सत्ता पलट के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में बदलाव हुआ, नए चेयरमैन नजम सेठी ने पहले इस मामले में नरमी दिखाई थी और कहा था इस मामले में ACC की बैठक में हल निकाल लिया जायेगा लेकिन आज एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब में फिर एकबार भारत के सामने पाकिस्तान आने की शर्त रखी वरना पाकिस्तान भी भारत में होने वाले ODI वर्ल्ड कप में खेलने नहीं जाएगी। हालाँकि नजम सेठी का यह बयान किसी गीदड़ भभकी से अलावा कुछ नहीं है क्योंकि दोनों ही टूर्नामेंट अलग हैं. ICC का ACC से कोई नाता नहीं है. ऐसे में अगर पाकिस्तान ने ICC टूर्नामेंट में खेलने से इंकार किया तो इसका खामियाज़ा उसे ही भुगतना पड़ेगा। पाकिस्तान में लौट रही इंटरनेशनल क्रिकेट एकबार फिर थम सकती है.
यह ICC का सिरदर्द है भारत का नहीं
भारतीय क्रिकेट बोर्ड की आज जो पोजीशन है उससे ICC भी पन्गा नहीं ले सकती और न ही ICC एशिया कप के मामले में कोई दखल दे सकती है. पीसीबी चेयरमैन इस तरह की बयानबाज़ी कर सिर्फ एक दबाव वाली राजनीती कर रहे हैं, हालाँकि इसका नतीजा कुछ नहीं निकलने वाला। यह अपनी जगह बिलकुल तय है कि एशिया कप या तो कहीं और होगा, या भारत के बिना होगा या फिर नहीं होगा। भारत के बिना एशिया कप का आयोजन खस्ताहाल पाकिस्तान के लिए एक घाटे का सौदा होगा, पाकिस्तान के लिए इससे तो अच्छा यही होगा कि वो किसी अन्य स्थान पर एशिया कप का आयोजन कराये या फिर मेज़बानी से ही हाथ घसीट ले. वैसे विश्व कप में पाकिस्तान के आने न आने से भारत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, नहीं आकर्षण के रूप में और न ही व्यावसायिक रूप में। वैसे भी यह ICC का सिरदर्द है भारत का नहीं।