भाजपा हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार का गठन 15 अक्टूबर को होने की संभावना है। उधर हार से सकते में डूबी कांग्रेस पार्टी में सिर फुटव्वल चल रही है और एक दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ने का प्रयास चल रहा है.
पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद नायब सिंह सैनी के अपने पद पर बने रहने की संभावना है। सैनी ने हाल ही में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और पार्टी नए राज्य मंत्रिमंडल के गठन पर नेतृत्व से जवाब का इंतजार कर रही है। हरियाणा में मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री हो सकते हैं। भाजपा को नए चेहरों की तलाश करनी होगी क्योंकि केवल मुख्यमंत्री सैनी और मंत्री महिपाल ढांडा और मूलचंद शर्मा ही विधानसभा में वापस लौटे हैं।
भाजपा ने हरियाणा में ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल हासिल किया, 48 सीटें जीतीं और एक दशक के बाद राज्य में कांग्रेस की वापसी को रोक दिया। कांग्रेस ने 37 सीटें जीतीं, निर्दलीय ने 3 और आईएनएलडी ने 2 सीटें जीतीं। भाजपा के हरियाणा एक और ऐसा राज्य बन गया जहाँ उसने जीत की हैटट्रिक लगाईं है. हरियाणा में भाजपा की ये तीसरी जीत इस मायने में सबसे ख़ास है क्योंकि इस बार उसे सबसे ज़्यादा सीटें मिली हैं वो भी तब जब सभी लोगों ने वहां पर कांग्रेस पार्टी की सरकार बनवा दी थी और भविष्यवाणी कर दी थी कि हरियाणा में इस बार भाजपा अपना सबसे खराब प्रदर्शन करने जा रही है लेकिन नायब सिंह ने चमत्कार कर दिया।