नीट विवाद पर इंडिया गठबंधन काफी आक्रामक नजर आ रहा है, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों ही इस मुद्दे पर सड़कों पर उतर चुकी हैं और अब सदन की बारी है जिसकी औपचारिक कार्यवाही कल से शुरू होने जा रही है, खबर है कि विपक्ष शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में नीट विवाद पर स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर आज भारत गठबंधन दलों की बैठक में यह फैसला लिया गया।
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर बहस के दौरान विपक्ष नीट, महंगाई, बेरोजगारी, सीबीआई, ईडी और राज्यपाल कार्यालय के कथित दुरुपयोग जैसे मुद्दे उठाएगा। विपक्षी सदस्य सोमवार को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास एकत्र होंगे। बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि संसद में सभी मुद्दों पर बहस होगी, चाहे वह राष्ट्रपति का अभिभाषण हो या स्पीकर का चुनाव।” डीएमके सांसद टी शिवा ने कहा कि हम कल संसद में नीट मुद्दे पर नोटिस देंगे।
नीट मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई एनएसयूआई ने आज एनटीए कार्यालय में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और कार्यालय पर ताला भी जड़ दिया। दूसरी ओर समाजवादी छात्र सभा नीट विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। वहीं, आज सदन में राष्ट्रपति ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं हों या सरकारी भर्ती, किसी भी तरह की बाधा नहीं आनी चाहिए। इस प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कुछ परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाओं के संबंध में मेरी सरकार निष्पक्ष जांच और दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने कहा कि युवा न्याय की मांग कर रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। देश में हर दूसरा युवा बेरोजगार है और बेरोजगारी दूर करने की कोई ठोस नीति इस भाषण से सामने नहीं आई है।