जयपुर: विदेश में नौकरी करने के इच्छुक लोग अब राजस्थान सरकार के कौशल और आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) के माध्यम से कौशल हासिल कर सकेंगे। राज्य कौशल विकास निगम को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के इंडिया इंटरनेशनल स्किल सेंटर (आइआइएससी) नेटवर्क में सूचीबद्ध किया गया है, जो इसे विभिन्न देशों के विशिष्ट कौशल लेबर मांगों पर जानकारी प्राप्त करने और इच्छुक आवेदकों के अनुसार आवश्यक कौशल प्रदान करने में सक्षम बनाता है। भारतीय स्किल डेवलेपमेंट विश्वविद्यालय (बीएसडीयू), सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन प्लास्टिक टेक्नोलॉजी, और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर टूरिज्म ट्रेनिंग जैसे विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रमों की पेशकश करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर इच्छा जताई है।
श्रम, रोजगार, कौशल और ईएसआई के लिए राजस्थान सरकार के सचिव डॉ. नीरज के पवन ने कहा कि, यह पहल राजस्थान सरकार द्वारा विदेश में काम करने के इच्छुक युवाओं के विकास के लिए अनुकूल हंै, उनके लिए बेहतर काम और कौशल के अवसर सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास राज्य सरकार कर रही हैं।
युवाओं की आजीविका और सभी के लिए आजीविका, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक हंऔर आरएसएलडीसी को आइआइएससी में शामिल करने से इस दिशा में नए रास्ते खुल गए हैं। निगम के अधिकारी अब देश की विशिष्ट कार्य आवश्यकता और कौशल मूल्यांकन मानदंड का डेटाबेस तैयार करने की प्रक्रिया में लगे हैं। उपलब्ध अवसरों के अनुसार आरएसएलडीसी प्रशिक्षण भागीदारों से कौशल पाठ्यक्रम का मसौदा तैयार करने और उसी के लिए इच्छुक युवाओं को आमंत्रित कर रहा है। हालांकि एनएसडीसी ने इसे ’शुल्क आधारित’ मॉडल बनाने की योजना बनाई है, आरएसएलडीसी कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों को सब्सिडी देने के विकल्पों पर विचार कर रहा है।
राज्य सरकार द्वारा इस तरह के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट के अवसर का प्रावधान राज्य के उन हजारों श्रमिकों को लाभान्वित करने की संभावना है जो नौकरी के उद्देश्य से दूसरे देशों में जाते हैं। यह अकुशल और अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा जो अब काम की आवश्यकता के अनुसार खुद को कार्यकुशल करने में सक्षम होंगे। विदेश में पहले से कार्यरत लोगों के अप-स्किलिंग का भी प्रावधान होगा।
आरएसएलडीसी पहले से ही एक रोजगार एैजंसी है जो श्रमिकों के विदेशी प्लेसमेंट के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा अधिकृत है और आवश्यकता वाले श्रमिकों को पूर्व-प्रस्थान उन्मुखीकरण प्रशिक्षण प्रदान करता है।