बदले हुए नाम के साथ कांग्रेस की या कहिये राहुल गाँधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर के इम्फाल से शुरू हो रही है। यात्रा भले ही 15 राज्यों से होकर गुज़रेगी मगर उसका फोकस उत्तर प्रदेश रहेगा क्योंकि यात्रा का जो ब्यौरा सामने आया है उसके मुताबिक उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज़्यादा समय भी गुजारेगी और सबसे ज़्यादा ज़िलों से भी गुज़रेगी। यूपी के बाद इस यात्रा का फोकस पहाड़ी राज्य असम नज़र आ रहा है जहाँ ये यात्रा 8 दिन बिताएगी और 17 ज़िलों से उसका गुज़र होगा।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो इस हिंदी प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज़्यादा 11 दिन बिताएगी और सबसे ज़्यादा यानि 20 ज़िलों से होकर गुज़रेगी। यूपी में भारत जोड़ो यात्रा बिहार के सासाराम से प्रवेश करेगी और उसका पहला पड़ाव प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी होगा, इसके बाद प्रयागराज। अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, बरेली, अलीगढ और आगरा होते हुए मध्य प्रदेश में प्रवेश कर जाएगी।
बता दें कि राहुल गाँधी की इस यात्रा का नाम पहले भारत न्याय यात्रा था जिसे बाद में बदलकर भारत जोड़ो न्याय यात्रा किया गया. इसकी वजह शायद ये रही होगी कि लोगों में भारत जोड़ो यात्रा की छवि बरकरार रहे. लोग इसे भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 समझें। दरअसल भारत जोड़ो यात्रा ने कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी का काम किया था. इस यात्रा ने न सिर्फ कांग्रेस पार्टी में जोश भरा बल्कि राहुल गाँधी की इमेज को बदलने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी.
अन्य राज्यों की बात करें तो भारत जोड़ो न्याय यात्रा झारखण्ड के 13 ज़िलों से गुजरेगी. इसके अलावा मध्य प्रदेश के 9 ज़िले, बिहार, गुजरात, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के सात सात ज़िलों के अलावा महाराष्ट्र के 6 डिस्ट्रिक्ट से यात्रा गुज़रेगी। अन्य राज्यों की बात करें तो नागालैंड के पांच, ओडिशा और मणिपुर के चार-चार, राजस्थान के दो और अरुणाचल-मेघालय के एक-एक ज़िले को भारत जोड़ो न्याय यात्रा कवर करेगी।