राहुल गांधी ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के नारे “एक हैं तो सेफ़ हैं” की हकीकत बताते हुए कहा कि यह नारा दरअसल मुंबई के धारावी को अडानी को सौंपने के लिए गढ़ा गया है. कांग्रेस नेता ने महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव को कुछ अरबपतियों और गरीबों की विचारधारा के बीच की लड़ाई बताया. उन्होंने कहा कि ये अरबपति चाहते हैं कि धारावी की ज़मीन हड़पना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अनुमान है कि एक अरबपति को 1 लाख करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सेफ खोली और उसमें रखे दो पोस्टर मीडिया को दिखाए. इनमें से एक पोस्टर में पीएम मोदी और गौतम अडानी तस्वीर थी वहीँ दूसरे पोस्टर में धारावी का मैप था. राहुल ने मोदी-अडानी की तस्वीर दिखाकर धारावी प्रोजेक्ट पर सवाल उठाए. राहुल ने कहा कि धारावी का भविष्य सुरक्षित नहीं है. सवाल यह है कि कौन सेफ है. इस प्रोजेक्ट से धारावी के लोगों को नुकसान होगा. राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सोच है कि महाराष्ट्र, उसके किसानों, गरीबों, बेरोजगारों, युवाओं को मदद की जरूरत है। राहुल ने वादा किया कि सरकार बनने पर महिलाओं के बैंक खातों में 3000 रुपये जमा करेंगे। 3 लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए जाएंगे इसके अलावा महिलाओं और किसानों के लिए बस यात्रा मुफ्त होगी। उन्होंने कहा कि अभी हम तेलंगाना, कर्नाटक में जाति जनगणना कर रहे हैं। हम इसे महाराष्ट्र में भी कराएंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यहां मैं समझा रहा हूं कि मोदी, अडानी, अमित शाह कौन हैं और किसे नुकसान होगा- धारावी के निवासियों को। यह जमीन धारावी के निवासियों की है, वे सालों से वहां रह रहे हैं। यह छोटे व्यवसायों का केंद्र है, इसके पीछे अन्य मुद्दे हैं। इन सबका फायदा एक व्यक्ति को दिया जा रहा है। यह हमारा विरोध है। हम इसकी टेंडर प्रक्रिया से भी सहमत नहीं हैं। हमारा मानना है कि यह धारावी की जमीन की चोरी है। एक ही व्यक्ति को एयरपोर्ट, रक्षा उत्पादन, धारावी सब कुछ दिया जा रहा है मोदी की मदद के बिना धारावी पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता और यही मुद्दा है।