तीन साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले वॉशिंगटन सुंदर 7-59 के शानदार आंकड़े के साथ पुणे टेस्ट के पहले दिन एक्स-फैक्टर बन गए. रवि अश्विन ने पहले तीन विकेट निकालकर सुन्दर के लिए बढ़िया प्लेटफॉर्म सेट किया और फिर वाशी ने सूंदर गेंदबाज़ी करते हुए खतरनाक होती दिख रही न्यूजीलैंड की टीम को पहले दिन 259 रन पर समेटने में अहम् भूमिका निभाई। पहले दिन की समाप्ति पर भारत ने कप्तान रोहित शर्मा का विकेट खोकर 16 रन बना लिए थे. रोहित शर्मा एकबार टिम साउथी का शिकार बने और बिना खाता खोले आउट हो गए।
पहले दो सत्रों के अधिकांश समय तक न्यूजीलैंड का दिन था लेकिन चाय के बाद भारतीय टीम प्रबंधन और स्टेडियम में मौजूद 10,000 प्रशंसकों के माथे पर गहराती चिंता की लकीरें मिट गयीं क्योंकि वाशिंगटन सूंदर ने एक स्वर्णिम स्पेल फेंका जो उनके कैरियर का सबसे बेस्ट स्पेल साबित हुआ. पुणे टेस्ट का पहला दिन ऑफ स्पिनर्स का दिन कहा जायेगा। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पारी के सभी दस विकेट्स ऑफ स्पिनर्स ने आउट किये हों. इसमें आश्विन का योगदान तीन विकटों का रहा.
पुणे टेस्ट में वाशिंगटन सूंदर के चयन पर सवाल उठे थे क्योंकि बंगलुरु टेस्ट में कुलदीप बिश्नोई का प्रदर्शन बुरा नहीं था, मगर ये रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर की ज़िद थी जो उन्होंने चयनकर्ताओं से की थी और कहा था कि उन्हें पुणे टेस्ट में एक ऑफ स्पिनर की ज़रुरत है, इसलिए शुरूआती स्क्वाड में न होने के बावजूद वाशिंगटन सूंदर को कॉल किया गया और सुन्दर ने तीन साल बाद मिले इस मौके पर चौका मारने में देर नहीं लगाईं। आखरी बार ऐसा कारनामा करने वाले ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह थे. हरभजन ने ये कारनामा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में 2000-2001 की टेस्ट शृंखला में किया था और दोनों ही पारियों में सात और उससे ज़्यादा विकेट निकाले थे. हरभजन ने पहली पारी में सात और दूसरी पारी में आठ कंगारुओं को पवेलियन की राह दिखाई थी.
टॉम लाथम का टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी करने का फैसला तो सही था और शुरूआती बल्लेबाज़ों ने उस फैसले को सही भी साबित किया। एक समय न्यूज़ीलैण्ड का स्कोर चार विकेट पर 197 रन था लेकिन यहीं पर सूंदर को रचिन रविंद्र के रूप में अपने सत्ते का पहला विकेट मिला और फिर बाज़ी पलट गयी. रचिन रविंद्र पहले टेस्ट की तरह ही खतरनाक नज़र आ रहे थे और 65 रनों की पारी खेल चुके थे. उनके आउट होते ही कीवी टीम 259 रनों पर ढेर हो गयी, इसमें भी मिचेल सेंटनेर की 33 रनों की पारी शामिल थी.
कल खेल के दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाज़ों को काफी संभल कर खेलना होगा क्योंकि दिन के अंत में एजाज़ पटेल और मिचेल सेंटनेर ने यशस्वी और गिल की कड़ी परीक्षा ली थी, विशेषकर गिल की. इससे पहले भारतीय टीम में दो बदलाव किये गए. के एल राहुल की जगह वाशिंगटन सूंदर टीम में आये और सिराज की जगह आकाशदीप को जगह मिली।