Insurance: सरकारी क्षेत्र की बीमा कंपनी LIC को निजी बीमा कंपनियों ने पछाड़ दिया है। चालू वित्त वर्ष 2023—24 के दो महीनों के दौरान कुल प्रीमियम 36,043 करोड रुपए दर्ज किया गया है। जो कि पिछले साल की तुलना में इस बार 15 फीसद कम है। बताया जाता है कि वित्तीय साल 2023 की पिछली तिमाही की बढ़त में बड़े उछाल के कारण यह कमी आई है।
निजी बीमा कंपनियों की वार्षिक प्रीमियम समकक्ष (APE) अप्रैल 2023 में स्थिर रहने के बाद मई में 10 प्रतिशत का उछाल आया है। इस दौरान भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में 6 प्रतिशत की गिरावट आई है। SBI लाइफ इश्योरेंस और HDFC लाइफ इंश्योरेंस ने इस मामले में सबसे ज्यादा तेजी हासिल की है। अधिकांश निजी बीमा कंपनियों की एपीई 8 से 10 फीसदी तक बढ़ी है।
बताया जाता है कि पिछले महीने बीमा कंपनी में मंदी का कारण उच्च आधार प्रभाव भी रहा है। बीमा कंपनियों ने मई 2022 में कोविड के बाद अर्थव्यवस्था के खुलने के दौरान 101 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी। व्यक्तिगत बीमा कंपनियों में ICICI प्रूडेंशियल लाइफ, HDFC लाइफ और SBI लाइफ की वृद्धि दर 8-10 प्रतिशत रही थी। जबकि MIX लाइफ की वृद्धि दर कमजोर रही थी।
मई 23 में भारतीय बीमा उद्योग की EPI वृद्धि 3 प्रतिशत
निजी जीवन बीमा कंपनियों की एपीई में मई 2023 में 10 प्रतिशत की वृद्धि आई थी। इस दौरान LIC में 6 प्रतिशत की गिरावट के साथ बीमा उद्योग की एपीई वृद्धि 3 प्रतिशत रही थी। मार्च में इसमें मजबूत गति के बाद अप्रैल में कम गति (0.5%) देखी गई। Kotak Institutional Equities ने रिसर्च रिपोर्ट में कहा कि ऐसा लगता है कि कारोबार की रफ्तार धीरे बढ़ी है। चार साल के CAGR आधार पर, मई 2023 में निजी क्षेत्र की एपीई वृद्धि अप्रैल 2023 के समान मध्यम रूप से 12 प्रतिशत पर रही।
एपीई के मामले में Bajaj लाइफ सबसे आगे
निजी कंपनियों के लिए व्यक्तिगत नए व्यापार बीमा राशि में मई 2023 में 25 प्रतिशत और अप्रैल 2023 में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह 10 प्रतिशत की निजी एपीई वृद्धि और 1 प्रतिशत की गिरावट को पार कर गई है। यह पहले दो महीनों के दौरान औसत आकार में धीमी वृद्धि के साथ, -2 प्रतिशत से +4 प्रतिशत तक, खुदरा सुरक्षा में संभावित वृद्धि को प्रदर्शित करती है। यह पिछले वित्त वर्ष में अपेक्षाकृत धीमी थी।
उद्योग में कुछ कंपनियों ने मजबूत प्रदर्शन किया। इनमें bajaj life ने निजी APE में 18 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि हासिल की। हालांकि पूरे समूह में 58 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। आदित्य बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस और Tata AIG ने व्यक्तिगत एपीई में 33 प्रतिशत और 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।