राजनीतिक दलों का प्रबंधन करने वाले चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने बुधवार को पटना में अपनी नई राजनीतिक पार्टी “जन सुराज पार्टी” की शुरुआत की है। मनोज भारती को इस नई नवेली पार्टी का कार्यकारी का अध्यक्ष बनाया गया है.
इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा जन सुराज अभियान 2-3 वर्षों से चल रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि हम पार्टी कब बनाएंगे। आज चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर जन सुराज को जन सुराज पार्टी के रूप में स्वीकार कर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि अगर बिहार में विश्व स्तरीय शिक्षा व्यवस्था बनानी है तो अगले 10 वर्षों में 5 लाख करोड़ रुपये की जरूरत है।
प्रशांत किशोर का कहना है कि शराबबंदी हटने से जो पैसा आएगा वो बजट में नहीं जाएगा, इसका इस्तेमाल केवल बिहार में नई शिक्षा व्यवस्था बनाने के लिए किया जाएगा। उनके अनुसार शराबबंदी के कारण बिहार को हर साल 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
गौरतलब है कि उन्होंने सत्ता में आने पर बिहार में शराबबंदी को तुरंत खत्म करने की कसम खाई है। चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद अब जन सुराज पार्टी अगले साल राज्य विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
इससे पहले 30 सितंबर को प्रशांत किशोर ने कहा था कि वह पार्टी के नेता नहीं बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल जनवरी या फरवरी में पार्टी बिहार के लिए अपना एजेंडा जारी करेगी। उन्होंने कहा, “पार्टी का गठन किया जा रहा है। फरवरी और मार्च 2025 में हम पार्टी का एजेंडा जारी करेंगे।” उन्होंने पहले घोषणा की थी कि पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिसमें से बनने वाली पार्टी की ओर से 40 महिला उम्मीदवार होंगी। बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में होने की संभावना है।