मेरठ। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र लखनऊ के आहवान पर बिजली कर्मचारियों एंव अभियन्ताओं की मांगों को लेकर हड़ताल जारी है। अधिकतर बिजली घरों पर ताले लटके हुए हैं। वहीं 100 से ज्यादा ऐसे गांव हैं, जहां बिजली आपूर्ति ठप पड़ी है। ऐसे में लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और काम पर डटे कर्मियों से अभद्रता करने वालों के खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई होगी।
बिजनौर में 70 बिजलीघर बंद
बिजनौर में बिजली कर्मचारी व अधिकारियों के सांकेतिक हड़ताल पर होने से बिजली व्यवस्था पटरी से उतर गई है। हड़ताल के चलते बिजनौर में 30 और धामपुर सर्किल में 40 बिजलीघर बंद हो गए। प्रशासन के निर्देश पर कई बिजलीघरों का चार्ज अन्य कर्मचारियों ने ले लिया। कई पर चार्ज नहीं लेने पर बिजलीघर पर तैनात ऑपरेटर बिजलीघर की आपूर्ति बंद कर आंदोलन में शामिल होने बिजनौर पहुंचे।
ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी कमी आने के कारण कई बिजलीघरों के फीडर की सप्लाई बंद हो गई। बीती रात ट्रक की टक्कर से खंभा टूटने पर आधे शहर की आपूर्ति बाधित रही। करीब 12 बजे आपूर्ति बहाल हुई। नजीबाबाद, नगीना, चंदक, धामपुर, खंडशाल आदि बिजलीघर बंद हो गए हैं।
उपभोक्ता परेशान, राजस्व वसूली प्रभावित
हड़ताल के चलते उपभोक्ता परेशान है और विभाग की राजस्व वसूली भी प्रभावित हो रही है। घर व प्रतिष्ठान की आपूर्ति बंद होने पर उसे सही कराने को उपभोक्ता कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। वहीं मार्च माह में राजस्व वसूली बंद होने से विभाग को काफी नुकसान हो रहा है।
बिजली उपकेंद्रों पर पुलिस तैनात, अंधेरे में गांव
शामली में विद्युत कर्मचारियों व अधिकारियों के 72 घंटे के लिए हड़ताल पर चले जाने के कारण बिजलीघरों पर ताले लटके हैं। रात में हुए ब्रेकडाउन के बाद से बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण लोगों को बिजली-पानी की समस्या से जूझना पड़ा। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रदेशभर में विद्युत कर्मचारी एवं अधिकारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 72 घंटे की हड़ताल पर हैं। विद्युत कर्मचारियों व अधिकारियों की मांग है कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए, विद्युत कर्मचारियों एवं अधिकारियों को बिजली सुविधा रियायती दर मिले। विद्युत निगमों का एकीकरण सहित तमाम मांगों पर अड़े है।
चौसाना के पांच उपकेंद्रों पर आपूर्ति बाधित होने से क्षेत्र के करीब 60 गावों में अंधेरा है। ग्रामीणों ने बताया कि रात्रि नौ बजे शामली-शामला में ब्रेकडाउन के कारण कट हुआ था, जिसके बाद से आपूर्ति नहीं आई। आपूर्ति ठप होने के कारण लोगों को बिजली-पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
बिजली आपूर्ति रात से बाधित
मुजफ्फरनगर में कर्मचारियों की हड़ताल के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होने लगी है। जानसठ कस्बे की आपूर्ति रात दो बजे से बाधित है। तिसंग गांव के पास लाइन में फॉल्ट से आपूर्ति बाधित है। बिजलीघर पर ताला लटका हुआ है। उधर, शाहपुर कस्बे की बिजली आपूर्ति सुबह छह बजे से बाधित है। वहीं बिजली कर्मचारी नुमाइश मैदान के निकट बिजलीघर पर धरने पर बैठे हुए हैं।