उत्तर प्रदेश में पिछड़ा वर्ग आयोग ने निकाय चुनाव को लेकर अपने सर्वे रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है, इस रिपोर्ट को सरकार की मंज़ूरी भी मिल गयी है. मामला चूँकि अभी सुप्रीम कोर्ट में है इसलिए इस रिपोर्ट को शीर्ष अदालत में पेश किया जाएगा और फिर अदालत के आदेश के बाद निकाय चुनाव की प्रक्रिया की शुरआत होगी। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जल्द ही निकाय चुनाव की तारिख की जल्द ही घोषणा की जा सकती है, इन हालात में राजनीतिक पार्टियों की तैय्यारियाँ भी शुरू हो चुकी हैं और राजनेताओं की बयानबाज़ी भी शुरू हो चुकी है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा नगर निकाय चुनाव उन्हीं के मनमाफिक ही होंगे।
बेकाबू हो चुकी है भाजपा
मैनपुरी में एक हवन कार्यक्रम में शामिल होने गए प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा बेकाबू हो चुकी है, उसका विवेक मर चुका है, देश और प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी का माहौल है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी का दौर में घोषित इमरजेंसी लगाईं गयी थी, उसके बाद कांग्रेस पार्टी का जो हाल हुआ वैसा ही हाल भाजपा का भी होने वाला है. सपा नेता ने कहा कि देश में आखिरी जातिगत जनगणना 1931 में हुई थी. उसके बाद किसी भी सरकार ने जातिवार जनगणना नहीं कराई, उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो प्रदेश में जातिगत जनगणना कराई जाएगी।
यूपी में कानून नाम की कोई व्यवस्था नहीं
प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि भाजपा उस संविधान को खत्म कर रही है जो लोगों को जीने का अधिकार देता है. पवित्र माने जाने वाले फंडामेंटल राइट को भाजपा ख़त्म कर रही है. प्रदेश में कानून नाम की कोई व्यवस्था नहीं है, बस बुलडोजर लेकर जाइए और सबकुछ ध्वस्त कर दीजिए। सरकार जातिगत जनगणना से लगातार भाग रही है, वो दलितों और पिछड़ों को उनके अधिकार नहीं देना चाहती।