पिछले मेघालय विधानसभा चुनाव में अमित शाह के कमाल और कांग्रेस के दिग्विजय सिंह की लापरवाई से सिर्फ दो सीटें जीतने के बावजूद भाजपा ने 19 सीटें जीतने वाली NPP और दुसरे दलों के साथ सरकार बना ली थी, कांग्रेस पार्टी की 21 सीटें थी मगर वो हाथ मलते ही रह गयी. अब दो सीटें जीतने वाली भाजपा इसबार राज्य की सभी सीटों पर यानि 60 सीटों पर उम्मीदवार उतारने जा रही है जिसकी उसने आज घोषणा कर लिस्ट भी जारी कर दी.
चकलाघर चलाने वाले को भी दिया टिकट
इन 60 उम्मीदवारों में वो बरनाड मारक भी हैं जिन्हें पिछले साल चकलाघर चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, उन्हें कोनराड संगमा के खिलाफ मैदान में उतरा गया है. भाजपा इस बार चुनाव में अकेले जाने का फैसला किया है.राज्य भाजपा प्रमुख अर्नेस्ट मार्वरी पश्चिम शिलांग सीट से चुनाव लड़ेंगे. सिटिंग विधायकों में भाजपा ने ए एल हेक, सनबोर सुलाई को फिर से टिकट दिया है. इस बार छह महिला प्रत्याशियों को भी टिकट मिला है. भाजपा में आये कांग्रेस से कोट विधायक हिमा हिमालया शांगप्लियांग को भी भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है. वहीँ एनपीपी से आये मार्टिन डैंगो को भी भाजपा ने टिकट दिया है.
NPP से किया किनारा
बता दें कि मेघालय में कॉनराड संगमा के नेतृत्व में इस समय भाजपा गठबंधन की सरकार है। भाजपा के अलावा गठबंधन में एनपीपी और अन्य पार्टियां शामिल हैं लेकिन भाजपा ने इसबार NPP को किनारे कर दिया है और अकेले सत्ता हासिल करने के लिए लड़ाई लड़ने का फैसला किया है. 2018 के विधानसभा चुनाव में नतीजों में हंग असेम्ब्ली आयी थी, जिसके बाद भाजपा ने राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी NPP और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी, जबकि उसको सिर्फ दो सीटें मिली थी. उस समय मेघालय की ज़िम्मेदारी कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय सिंह को दे रखी थी लेकिन सबसे ज़्यादा 21 सीटें हासिल करने के बावजूद वो दूसरी पार्टियों को अपने साथ लाने में में नाकाम रहे और बाज़ी अमित शाह मार गए. उस समय कहा गया था कि दिग्विजय सिंह ने जानबूझकर मेघालय में भाजपा की गठबंधन सरकार बनने में मदद की.