गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर कांग्रेस नेता अनिल एंटोनी ने पार्टी छोड़ दी है, अनिल कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ए के एंटोनी के पुत्र हैं और वर्तमान में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की डिजिटल मीडिया और एआईसीसी की सोशल मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशन सेल में कन्वीनर थे. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए आरोप लगाया है कि उनपर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर किये गए ट्वीट को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है जिससे उन्होंने इंकार कर दिया है और कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफ़ा दे दिया है. अनिल ने इस डॉक्यूमेंट्री पर सरकार के रुख का समर्थन किया था.
क्या कहा था कल राहुल ने
बता दें कि कल ही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए राहुल गाँधी ने ग्रंथों और उपनिषदों का हवाला देते हुए कहा था कि सच को कभी छुपाया नहीं जा सकता। अनिल एंटनी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि भारतीय संस्थानों पर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर के विचारों को तरजीह देना देश की संप्रभुता को कमजोर करेगा. उन्होंने कहा कि मुझ पर ट्वीट वापसी का दबाव डालने वाले लोग वे थे जो अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन की बात करते हैं. उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि भाजपा के साथ बड़े मतभेदों के बावजूद इससे हमारी संप्रभुता कमजोर होगी। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के पूर्व विदेश सचिव जैक स्ट्रॉ के विचारों का समर्थन करने वाले भारतीय संस्थानों के लिए एक खतरनाक मिसाल कायम कर रहे हैं.
सरकार डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रुकवाने में जुटी
बता दें कि केंद्र सरकार ने पीएम मोदी की आलोचना वाली बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री को यू ट्यूब से हटवा दिया है और लिंक शेयर करने वाले ट्वीट को ब्लॉक करने का आदेश दिया था. सरकार इस डॉक्यूमेंट्री को दुष्प्रचार का हिस्सा बता रही है, वहीँ कल JNU में इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर काफी बवाल हुआ. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्क्रीनिंग रोकने के लिए बिजली सप्लाई को कट कर दिया और साथ में ही इंटरनेट पर भी रोक लगा दी, इसके बावजूद मोबाइल और लैपटॉप पर छात्रों ने डॉक्यूमेंट्री को ग्रूपों में देखा, इस दौरान कैंपस में abvp छात्र गुट द्वारा पत्थरबाज़ी की भी घटना की खबर है.