चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर फंसे मामले पर BCCI ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है, पीसीबी की शर्तों को ICC ने BCCI को भेजा है लेकिन मामला अभी तक अटका हुआ है. पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल पर राज़ी होने के लिए जो शर्तें पेश की हैं उनके मुताबिक अगले 3 साल में पाकिस्तान कोई भी मैच खेलने भारत नहीं जाएगा और हाइब्रिड मॉडल के तहत भारत-पाक आईसीसी मैच तटस्थ स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पीसीबी सैद्धांतिक रुख पर कोई समझौता नहीं करेगा.
इससे पहले ऐसी खबरें आई थीं कि भारतीय बोर्ड चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड फॉर्मूले पर खेलने के लिए सहमत हो गया है लेकिन वह अपने घर पर ICC आयोजनों में वही फॉर्मूला लागू नहीं करना चाहता है। पाकिस्तान आईसीसी इवेंट के ग्रुप मैच किसी तटस्थ स्थान पर खेलेगा लेकिन अगर पाकिस्तान सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंचता है तो उसे भारत में खेलना होगा।
भारतीय मीडिया ने यह भी दावा किया है कि अगर पाकिस्तान भारत में आईसीसी कार्यक्रमों का बहिष्कार करता है तो उसे आईसीसी और प्रसारकों से कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
कुल मिलकर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का मामला अभी तक आखिरी फैसले तक नहीं पहुंच सका. पियंस ट्रॉफी को लेकर बातचीत की प्रक्रिया जारी है, पीसीबी के शीर्ष अधिकारी दुबई में बातचीत की प्रक्रिया में शामिल हैं. जहां पीसीबी ने कार्यकारी स्तर पर आईसीसी के साथ बातचीत जारी रखी है, वहीं पाकिस्तान अपने हाइब्रिड मॉडल से पीछे नहीं हटा है। वैसे उम्मीद जताई जा रही है कि इसी हफ्ते चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अंतिम फैसला हो जायेगा।