रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की पाबंदियों की वजह से संकट में फंसी पेटीएम इससे बाहर निकलने के लिए हाथपांव मार रही है, जियोजीत फाइनेंस से बातचीत ख़त्म होने के बाद अब खबर है कि उसकी एचडीएफसी बैंक से बातचीत शुरू हो गयी है। बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एचडीएफसी बैंक पेटीएम के साथ बातचीत कर रहा है। हालांकि बैंक अभी इस मामले में ‘इंतजार करो और देखो’ की नीति अपना रहा है.
बता दें कि केंद्रीय बैंक की पाबंदियों के बाद पेटीएम ने अपने समर्थन के लिए कई बड़े बैंकों से संपर्क किया है. इस बारे में एचडीएफसी बैंक का कहना का कहना कि पेटीएम उनके व्यवसाय के लिए वर्षों से भागीदार रहा है। हम इंतज़ार कर रहे हैं और देख रहे हैं कि घटनाएँ कैसे घटित होती हैं। Paytm के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कल RBI से बातचीत की है. कंपनी केंद्रीय बैंक से जानना चाहती है कि वो अपने वॉलेट बिजनेस और फास्टैग बिजनेस को ट्रांसफर कर सकती है या नहीं।
एचडीएफसी बैंक ने स्पष्ट किया कि उसकी साझेदारी मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के साथ है न कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के साथ। RBI ने पिछले बुधवार को पेटीएम की इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) को 29 फरवरी, 2024 के बाद किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, वॉलेट और फास्टैग में जमा या टॉप-अप स्वीकार नहीं करने का निर्देश दिया था। एचडीएफसी बैंक का कहना है कि हर ‘उथल-पुथल’ बाज़ार में अन्य प्रतिभागियों के लिए अवसर खुलते हैं क्योंकि समझदार ग्राहक स्वयं को पुनर्गठित करते हैं।
एचडीएफसी बैंक का मानना है कि फास्टैग, प्रीपेड कार्ड ऑफरिंग और साउंड बॉक्स के प्रति भी आकर्षण देखा जा रहा है. आरबीआई द्वारा पेटीएम पर लगाए गए कड़े प्रतिबंध के बाद एचडीएफसी बैंक के पेमेंट ऐप और दुकानदार कारोबार के प्रति आकर्षण बढ़ा है. एचडीएफसी बैंक अगले दो सप्ताह के घटनाक्रम पर नजर रखेगा।