Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी यूपी में जाट आरक्षण की राजनीतिक बिसात बिछाई जा रही है। इसके लिए आज जाट समुदाय अंतरराष्ट्रीय जाट संसद का आयोजन मेरठ में हो रहा है। भाजपा और राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं सहित देश विदेश से जाट समाज के लोग आयोजन में पहुंचे हैं।
जाट समाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोड़ने और समाज के इतिहास को लोगों तक पहुंचाने के लिए आज सुभारती विवि में जाट संसद का आयोजन हो रहा है। इसमें देश विदेश से हजारों की संख्या में जाट समाज के सम्मानित लोग पहुंचे हैं।
जाटों के इतिहास पर चर्चा, उठाई गई जाट समाज की समस्याएं
अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक परमेश्वर कलवानियां व रामावतार कलवानिया ने बताया कि आज के आयेाजन में सामाजिक भाईचारे पर चर्चा हो रही है। इसी के साथ जाट समाज के गौरवशाली इतिहास को याद किया गया है। उन्होंने बताया कि जाट समाज के युवाओं को विदेश में उच्च शिक्षा के अवसर पैदा करने पर चर्चा की गई है। जाट समाज के सामाजिक व राजनीतिक नेतृत्व को कैसे मजबूत किया जाए। बालिका शिक्षा को बढ़ावा, नशा मुक्त जाट समाज, केंद्र में ओबीसी आरक्षण चर्चा, जाट महापुरुषों को भारत रत्न की मांग इत्यादी पर विस्तार से चर्चा की गई है।
अंतरराष्ट्रीय जाट संसद में लोक संस्कृति की झलक
जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के अधिवेशन की मेजबानी मेरठ को मिली है। हम सभी के लिए खुशी की बात है। अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य सभी को एक साथ जोड़ना है। जाट संसद में पहुंचे जाट सभा के अध्यक्ष रवींद्र मलिक ने कहा कि जाट समाज के सभी को एकजुट करने के उद्देश्य से आयोजन हो रही है।
आज जाट संसद का शुभारंभ लोक संस्कृति की झलक से हुआ। इस दौरान हरियाणवी व राजस्थानी लोकगीत पर कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में सभी राजनीतिक दलों के बड़े जाट नेता शामिल हुए हैं। इनमें अभय सिंह चौटाला, पंकज मलिक, संजीव बलियान, हरेंद्र मलिक, सोमेंद्र ढाका बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय जाट संसद में केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के अलावा मोहित बेनीवाल और जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी भी पहुंचे हैं।