हरियाणा में भाजपा को भले ही एक अप्रत्यशित कामयाबी हासिल हुई हो लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका ज़रूर लगा है क्योंकि उसके लिए ये चुनाव धारा 370 पर एक रेफरेंडम माना जा रहा था और भाजपा ने पूरा चुनाव इसी मुद्दे पर लड़ा था लेकिन जम्मू-कश्मीर की जनता ने कांग्रेस पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन पर भरोसा किया जिसने निर्णायक बढ़त हासिल कर ली है. इसी के साथ नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने उमर अब्दुल्ला ने घोषणा कर दी है कि पूरे पांच साल के लिए उमर अब्दुल्लाह केंद्र शासित प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों ने 5 अगस्त को लिए गए फैसले को खारिज करते हुए अपना जनादेश दिया है। फारूक अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, “लोगों ने अपना जनादेश दिया है, उन्होंने साबित कर दिया है कि वे 5 अगस्त को लिए गए फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं।”
चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 41 सीटें जीत चुकी है जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस पार्ट को छह सीटों पर जीत हासिल हुई है। इसका मतलब गठबंधन अपने दम पर 48 सीटें ला रहा है जो बहुमत से दो ज़्यादा है.
उधर महबूबा मुफ्ती की पीडीपी ने तीन सीटें जीती हैं , पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने उमर अब्दुल्ला को बधाई देते हुए पीडीपी के बिना शर्त समर्थन की भी बात कही है, वहीँ फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने भी पीडीपी को साथ लेकर चलने की बात कही है. भाजपा ने जम्मू क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 29 सीटों पर कामयाबी हासिल की है.