नई दिल्ली। एफबीबी को लेकर टेलीकॉम कंपनियों के बीच जंग छिड़ी हुई है। जिओ ने अपना नया प्लान बाजार में उतार दिया है। अब इसके बाद एयरटेल की बारी है। विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों को निकट भविष्य में 5G संबंधित पूंजीगत व्यय में विस्तार और सेवा छोड़ने वाले ग्राहकों पर नजर रखनी चाहिए।
टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स – रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Jio की पैरेंट कंपनी), भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और वोडफोन आइडिया (VI) के शेयरों में वर्तमान कैलेंडर वर्ष में अब तक 23 प्रतिशत की कमी आ चुकी है क्योंकि अधिक शुल्क और स्मार्टफोनों की बढ़ती कीमत के बीच वायरलेस कस्टमर सेक्टर में वृद्धि होने लगी है।
तुलनात्मक रूप से बेंचमार्क S&P, BSE Sensex और इस सेक्टर का सूचकांक BSE टेलीकॉम क्रमशः 1.9 प्रतिशत और 12 प्रतिशत लुढ़क चुका है। ACE इक्विटी के आंकड़ों से यह जानकारी मिलती है। अलबत्ता विश्लेषकों को उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति जल्द ही बदल जाएगी क्योंकि टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर विकास के अगले चरण – फिक्स्ड-लाइन ब्रॉडबैंड (FBB) सेक्टर पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
FBB के विकास में तेजी की उम्मीद
मिसाल के तौर येस सिक्योरिटीज के अनुसंधान विश्लेषक पीयूष पांडे और नितिन तिवारी FBB के विकास में तेजी की उम्मीद कर रहे हैं। इस क्षेत्र में कम पैठ, किफायती शुल्क और वायरलेस डेटा के मुकाबले अंतर मूल्य में गिरावट के कारण ऐसा है। उन्होंने हाल ही में एक नोट में लिखा है ‘इसके अलावा घर से काम, घर पर रहकर सीखने वगैरह से FBB के ग्राहकों की मांग बढ़ेगी।’
हाल ही में Jio ने 198 रुपये प्रति माह से शुरू होने वाला FBB प्लान शुरू किया है। फाइबर-टु-द-होम (FTTH) प्लान 399 रुपये मासिक वाले इसके पहले के बेस प्लान से सस्ता है। उपयोगकर्ताओं के पास छह ओवर-द-टॉप (OTT) एप्लिकेशन (Apps) और 400 लाइव टेलीविजन चैनलों के लिए प्रति माह अतिरिक्त 100 रुपये तथा 14 OTT Apps और 550 लाइव टीवी चैनलों के लिए प्रति माह 200 का भुगतान करने का विकल्प भी होगा। नया प्लान केवल Jio के नए ग्राहकों के लिए उपलब्ध है, जो कंपनी को ग्राहकों की किसी भी गिरावट से बचाता है।
एयरटेल को ग्राहक बचाने के लिए जारी करना होगा अपना नया प्लान
विश्लेषकों का मानना है कि Airtel को सेवा छोड़कर जाने वाले ग्राहकों से बचने के लिए जल्द ही अपने प्रतिस्पर्धी प्लान शुरू करने चाहिए।
जेफरीज ने 900 रुपये के लक्ष्य के साथ Airtel को अपग्रेड करके ‘खरीदें’ रेटिंग दी है क्योंकि उसे इस बात की उम्मीद है किAirtel प्रति उपयोगकर्ता के अपने औसत राजस्व (ARPU) में 2022-23 के मुकाबले 2024-25 के दौरान 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी और 5G की तैनाती के बीच बाजार हिस्सेदारी में इजाफा नजर आएगा। इस बीच प्रभुदास लीलाधर ने Airtel के संबंध में 1,008 रुपये और रिलायंस इंडस्ट्रीज के संबंध में 2,878 रुपये का लक्ष्य रखा है।