Jharkhand सुरक्षाबलों पर बड़े हमले की तैयारी में नक्सली थे। पुलिस ने नक्सली विरोधी अभियानों में लगे सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए नक्सलियों द्वारा IED लगाए गए थे। सुरक्षा बलों ने IED का पता लगाकर नक्सलियों की योजना पर पानी फेर दिया।
सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम किया है। यहां टोंटो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका गांव के जंगल से जवानों ने बड़ी मात्रा में आईईडी बम बरामद किए हैं। मौके पर बम निरोधक दस्ते (BDS) की टीम ने निष्क्रिय कर नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
पुलिस ने जानकारी दी कि जिले में नक्सली विरोधी अभियानों में लगे सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए नक्सली द्वारा आईईडी लगाए गए थे।
नक्सली हमले से पहले बरामद कर लिए IED
सुरक्षा बलों ने जिले के पश्चिमी सिंहभूम जिले में लगाए गए पांच शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का पता लगाकर उनकी योजना पर पानी फेर दिया। उन्होंने कहा कि तुम्बाहाका गांव के पास एक जंगल से 20 किलो और 12 किलो सहित चार आईईडी बरामद किए गए, जबकि वन क्षेत्र में लगाया गया 5 किलो का आईईडी छोटा कुइरा और मारादिरी गांवों के बीच पाया गया। बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर सभी IED निष्क्रिय कर दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि जिला पुलिस को मिसिर बेसरा सहित शीर्ष नक्सली नेताओं की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी। इसी को लेकर, जिला पुलिस ने सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुआर के साथ मिलकर 11 जनवरी से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू की थी। बता दें, बेसरा पर एक करोड़ रुपये का इनाम है।
पुलिस ने कहा कि इस साल जनवरी से नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोटों में 10 वर्षीय लड़के और दो बुजुर्ग महिलाओं सहित आठ ग्रामीणों की मौत हो गई और सीआरपीएफ कर्मियों सहित लगभग 20 लोग घायल हो गए थे।