लखनऊ। भीषण गर्मी में यूपी सहित 10 राज्यों में बिजली संकट गहराने पर है। यूपी के अलावा जो प्रमुख राज्य हैं उनमें उत्तराखंड ,महाराष्ट्र, पंजाब भी शामिल हैं। इन राज्यों में कोयले की भारी कमी हो गई है। गर्मी में बिजली की तेज मांग और कोयला कमी के चलते राज्यों में कटौती बढ़ी है। उत्तराखंड और महाराष्ट्र में तो कई साल बाद बिजली कटौती की अनिवार्य स्थिति बन गई है।
गर्मी शुरू होने के साथ देश के बिजली उत्पादन संयंत्रों में कोयला भंडार अब तक के नौ साल के न्यूनतम स्तर पर है। कोरोना लॉकडाउन के बाद औद्योगिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने के चलते फैक्टरियों और उद्योगों में बिजली मांग तेजी से बढ़ी है।
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अब जैसे गर्मी के तेवर बढ़ेंगे बिजली की मांग तेजी से होगी। मौसम के अनुसार उत्तर भारत में अप्रैल में तापमान सामान्य से अधिक है। ऐसे में बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। इसी के चलते देश के विभिन्न प्रान्तों में बिजली की कटौती शुरू हो गयी है।
प्रमुख औद्योगिक गढ़ महाराष्ट्र में कई साल बाद बिजली संकट आया है। कई राज्यों में मांग के मुकाबले 2500 मेगावाट बिजली की कमी बनी है। सरकारी आंकड़ाें के मुताबिक, बिहार, झारखंड, हरियाणा, यूपी और उत्तराखंड में मांग के मुकाबले 5 फीसदी बिजली कम उपलब्ध है। इस समय जिन राज्यों में कोयले की कमी है उनमें आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, झारखंड,मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा उत्तराखंड और तेलंगाना हैं।