नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एकबार फिर आर्यन खान केस को खोलने की तैयारी में लग रही है. एनसीबी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कॉड्रिलिया ड्रग्स केस की जांच में जिस SIT का गठन किया गया था उसने 3000 पनों की रिपोर्ट NCB डीजी को सौंप दी है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब एसआईटी ने इस जांच में कुछ अफसरों के इंटेंशन पर सवाल उठाए हैं. शाहरुख खान के बेटे आर्यन से जुड़े इस मामले ने साल भर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. NCB की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े ड्रग केस में सिलेक्टिव ट्रीटमेंट किया गया था.
इस रिपोर्ट में 7 से 8 अधिकारियों और कर्मचारियों पर सतर्कता संबंधी मुद्दों को लेकर आरोप लगाया गया है. इसमें वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिनियुक्ति पूरी कर ली है और अपने होम कैडर में लौट गए हैं. जांच के दौरान 65 लोगों के बयान दर्ज किए गए. इनमें से कुछ लोगों ने 3 से 4 बार अपना बयान बदल दिए हैं. कहा जा रहा है कि इस पूरे मामले को लेकर डिटेल रिपोर्ट दिल्ली भेज दी गई हैं.
सूत्रों की अगर मानें तो जो एनसीबी में काम कर रहे हैं उन अधिकारियों के खिलाफ डिपार्टमेंटल कार्रवाई करने की सिफारिश इस रिपोर्ट में की गई है और उसकी शुरुआत हो चुकी है. वहीं जो अधिकारी फिलहाल डेपुटेशन पर दूसरे एजेंसी के साथ जुड़े हुए हैं उनकी रिपोर्ट उनके कैडर के हेड को दी गई है ताकि वो उचित कार्रवाई करें. रिपोर्ट में कहा गया है कि समीर वानखेड़े ब्यूरो के मुंबई क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक थे, जब आर्यन खान के खिलाफ सभी आरोप हटा दिए गए थे.
गौरतलब है कि शाहरुख़ खान के सुपुत्र आर्यन को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज के ड्रग्स केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था. अक्टूबर 2021 में आर्यन की गिरफ्तारीके बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया था. आर्यन खान को बड़ी मुश्किलों के बाद ज़मानत मिली थी.