श्रद्धा मर्डर केस की जैसे जैसे परतें खुल रही हैं वैसे वैसे आरोपी आफताब से नफरत भी बढ़ती जा रही है. पुलिस ने अभी तक आफताब से जो पूछताछ की है वो भटकाने वाली, इससे उसके शातिर दिमाग़ का पता चलता है. वह पुलिस को लगातार गुमराह कर रहा है, हालाँकि हत्या के बाद टुकड़े करने की बात उसने स्वीकार कर ली है. पुलिस को आफताब का दिमाग़ पढ़ने में काफी दुश्वारी हो रही है और इसीलिए दिल्ली पुलिस ने उसका नार्को टेस्ट कराने के लिए अदालत में अर्ज़ी दाखिल की है ताकि उसके लगातार बोले जा रहे झूठ को पकड़ा जा सके.
पुलिस को लगातार गुमराह कर रहा है आफताब
दिल्ली पुलिस ने इसके लिए साकेत कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की है. दरअसल श्रद्धा के मर्डर का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला पुलिस जांच में बिलकुल भी मदद नहीं कर रह है, उसने श्रद्धा के शरीर को जिस आरी से काटा उसके बारे में लगातार अपने बयान बदल रहा है. आफताब के बयानों और उसके फोन की काल डिटेल्स और लोकेशन उसकी बातों से मैच नहीं खा रही हैं, पुलिस को यकीन है कि आफताब उन्हें गुमराह कर रहा है.
हत्या के एक महीने बाद तक ऑपरेट किया श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट
पुलिस के मुताबिक आफताब अमीन ने श्रद्धा के क़त्ल को छिपाने के लिए श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट का भी इस्तेमाल किया, वह श्रद्धा के दोस्तों से लगातार संपर्क करता रहा ताकि किसी को भनक न लग सके कि श्रद्धा अब इस दुनिया में ही नहीं है. पुलिस के मुताबिक आफताब ने 18 मई को श्रद्धा का कत्ल किया लेकिन दुनिया को यह बताने के लिए कि श्रद्धा ज़िंदा है उसके इंस्टाग्राम अकाउंट को एक महीने बाद तक ऑपरेट किया. पुलिस के मुताबिक इंस्टाग्राम पर वह श्रद्धा के तौर पर खुद पेश करता था, उसने 9 जून तक श्रद्धा के दोस्तों से चैट कर यह भ्रम बनाये रखा कि श्रद्धा ज़िन्दा है.